अपराध का गढ़ बन चुके उत्तर प्रदेश में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. सीतापुर जिले में दंपति का शव पेड़ से लटका मिला है. बीती रात की यह घटना खैराबाद थाना इलाके के मौसेपुर गांव की है. पति-पत्नी की उम्र 40-45 वर्ष के आस-पास है.
पेड़ पर लाशें मिलने का सिलसिला खत्म ही नहीं हो रहा है. बदायूं, देवरिया, बहराइच के बाद सोमवार को अलीगढ़ में भी पेड़ से शव बरामद हुआ. जिले के लोधा थाना क्षेत्र में एक पेड़ पर 21 साल की एक युवती का शव लटका पाया गया. वहीं रविवार देर रात फिरोजाबाद में दो सिपाहियों को गोलियों से छलनी कर दिया गया.
फिरोजाबाद में दो पुलिसवालों की हत्या
रविवार रात डेढ़ बजे फिरोजाबाद के
रामगढ़ थाने के दो सिपाहियों को बदमाशों ने मौत के घाट उतार दिया गया था. गुस्साए
लोगों ने थानेदार और दरोगा पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.
पुलिसवालों के परिजन पुलिस विभाग के खिलाफ सड़कों पर उतर आए और फिरोजाबाद का
नेशनल हाईवे नंबर दो जाम कर दिया गया.
यूपी बीजेपी नेताओं पर हमले का सिलसिला
यूपी में दिनों दिन बिगड़ती
कानून व्यवस्था के बीच. कुछ वारदात ऐसी भी हैं, जो सियासी साजिश की ओर इशारा करती
हैं. महज 10 दिनों 4 बीजेपी नेताओं को निशाना बनाए जाना. क्या महज एक संयोग है ?
कहीं ये यूपी की राजनीतिक 'रार'नीति दुष्चक्र तो नहीं?
शुरुआत यूपी के ग्रेटर नोएडा से सटे दादरी कस्बे में
बीजेपी नेता विजय पंडित की हत्या से हुई.उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आरोप
सपा नेता नरेंद्र भाटी पर लगा हालांकि पुलिस ने आपसी रंजिश को हत्या की वजह
बताया.
इसके बाद मुजफ्फरनगर इलाके में अज्ञात हमलावरों ने बीजेपी नेता
ओमवीर की गोली मारकर हत्या कर दी. बीजेपी नेता अपने गांव नंगला खेड़ा से मीरापुर जा
रहे थे तभी नहर की पटरी पर घात लगाए बैठे अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग कर दी.
रविवार को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से बीजेपी सांसद साध्वी निरंजन ज्योति पर
जानलेवा हमला किया गया. फतेहपुर सदर कोतवाली क्षेत्र की आवास-विकास कॉलोनी में
साध्वी को निशाना बनाकर गोली चलाई गई, लेकिन वह उन्हें नहीं लगी.
दूसरी
तरफ, बरेली के बहेड़ी थाना इलाके में भी बीजेपी नेता राकेश रस्तोगी का शव मिला है.
उनका शव बहेड़ी हाईवे पर कार में मिला. एक दिन पहले ही उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट
कराई गई थी.