उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से कर्तव्य पथ का एक शानदार उदाहरण सामने आया है. जहां महिला अधिकारी अपने बच्चे को गोद में लेकर ड्यूटी पर लौट आई है. महिला अधिकारी की अब ना सिर्फ पूरे महकमे बल्कि सोशल मीडिया पर भी जमकर तारीफ हो रही है.
मोदीनगर की एसडीएम सौम्या पांडेय ने 22 दिन पहले ही एक बच्ची को जन्म दिया और अब वो अपनी ड्यूटी पर लौट आई हैं. एक हाथ में कलम-फाइलें और गोद में बच्ची को लेकर महिला एसडीएम अपने काम में जुट गई हैं.
एक IAS अधिकारी होने के कारण किसी भी व्यक्ति पर काम का काफी बोझ रहता है. मोदीनगर की एसडीएम इसे बखूबी समझती हैं. जब सौम्या पांडेय की तस्वीर की हर ओर चर्चा होने लगी, तो उन्होंने इसके बारे में कहा कि अपने अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग भी उन्हें इस दौरान लगातार मिला है. जहां अधिकारी उनका हौसला अफजाई करते रहे, वहीं अपने अधीनस्थ कर्मचारियों ने भी उन्हें भरपूर सहयोग दिया.
सौम्या पांडेय ने कहा कि एक अधिकारी होने के नाते जहां उनकी कामों और दायित्वों को पूरा करने की उन पर जिम्मेदारी है, वहीं एक मां के दायित्वों का निर्वाहन करना भी उनका फर्ज है. और वही वो कर रही हैं.
एसडीएम ने बताया कि इससे पहले भी कोरोना से सम्बंधित ड्यूटी कर रही थी. और अब एक छोटी मेटरनिटी लीव के बाद वो फिर दोबारा से कोरोना संक्रमण काल में ड्यूटी पर उपलब्ध हैं.
कौन हैं सौम्या पांडेय?
मूलरूप से प्रयागराज की रहने वालीं सौम्या पांडेय IAS अधिकारी हैं. जिनकी गाजियाबाद में मोदीनगर एसडीएम के पद पर यह पहली नियुक्ति है. सौम्या पांडे ने नियुक्ति के बाद से ही इस कोरोना काल में भी बखूबी ढंग से अपने कर्तव्य को निभाया है. उन्होंने इसी दौरान एक बिटिया को जन्म दिया है. उन्होंने बताया कि वह कथक की शौकीन हैं और उन्हें राजनाथ सिंह के हाथों भी सम्मान भी प्राप्त हो चुका है.