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कानपुर: पेट्रोल पंप पर सिपाही की गुंडागर्दी, युवक पर तानी पिस्तौल

कानपुर में पेट्रोल पंप पर पुलिस की गुंडागर्दी का वीडियो सामने आया है. पेट्रोल लेने आए एक सिपाही ने दो युवकों पर पिस्तौल तान दी और अपनी वर्दी का रौब दिखाया. जांच में पता चला कि पिस्तौल का डर दिखाने वाले शख्स की वर्दी पर अनुराग मणि त्रिपाठी लिखा था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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यूपी में पुलिसकर्मी की गुंडागर्दी.
यूपी में पुलिसकर्मी की गुंडागर्दी.

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कानपुर में पेट्रोल पंप पर पुलिस की गुंडागर्दी का वीडियो सामने आया है. पेट्रोल लेने आए एक सिपाही ने दो युवकों पर पिस्तौल तान दी और अपनी वर्दी का रौब दिखाया. जांच में पता चला कि पिस्तौल का डर दिखाने वाले शख्स की वर्दी पर अनुराग मणि त्रिपाठी लिखा था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.कानपुर के पेट्रोल पंप का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें अचानक एक शख्स जिसने पुलिस की वर्दी पहनी है, वो पंट्रोल पंप पर आता है और पेट्रोल भरा रहे एक युवक पर पिस्तौल तान देता है, जिसके बाद वहां हड़कंप मच जाता है.

पुलिसवाला अपनी वर्दी के रौब में दोनों युवकों को धमका रहा है.इस पुलिसवाले के साथ बाइक पर आया शख्स उसे दूर ले जाकर समझाता है. पिस्तौल अंदर रखने को कहता है, लेकिन पुलिस वाला नहीं मानता, वो फिर से बंदूक निकालकर सफेद शर्ट पहने इस शख्स पर तान देता है. अपनी धमक दिखाने के लिए ये पुलिसवाला पिस्तौल को हवा में भी लहराने लगता है.काफी देर तक कहासुनी के बाद पुलिसवाला दोनों युवकों को वहां से जाने के लिए कहता है और खुद भी बाइक पर बैठकर निकल जाता है.

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पुलिसवाले ने इन युवकों पर पिस्तौल क्यों तानी इसकी वजह भी हैरान करने वाली है. बात-बात पर पिस्तौल दिखाने वाला ये पुलिसवाला इसलिए भड़का हुआ था क्योंकि वो जल्दी से पेट्रोल भरवाना चाहता था.कानपुर पुलिस तक भी वायरल वीडियो पहुंचा तो जांच में पता चला कि पिस्तौल का डर दिखाने वाले शख्स की वर्दी पर अनुराग मणि त्रिपाठी लिखा था. पुलिस कह रही है कि अब तक की छानबीन में आसपास के पुलिस स्टेशन में इस नाम का कोई सिपाही नहीं मिला है, लेकिन जांच जारी है.

पिछले दिनों सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के जवानों ने धीमनपुरा के पास ट्रेन के पटरी से उतरने की खबर कवर कर रहे एक पत्रकार की पिटाई कर दी थी. एक निजी न्यूज चैनल के पत्रकार के साथ इन पुलिसकर्मियों ने दुर्व्यवहार किया, मारपीट की और उनका कैमरा छीन लिया. पत्रकार ने कहा कि पुलिस ने उसकी बात नहीं सुनी और उसे पीटते रहे. पत्रकार ने कहा, मुझे बंद कर दिया गया, मेरे कपड़े उतार दिए और जीआरपी जवानों ने मेरे मुंह पर पेशाब किया. इस घटना के तूल पकड़ने के बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने आरोपी जीआरपी इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया.

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