उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में शामिल उपद्रवियों की शिनाख्त के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैनर लगा दिया है. साथ ही लखनऊ पुलिस ने लोगों से अपील भी की है कि लोग दंगाइयों की पहचान करें.
दंगाइयों की पहचान के साथ-साथ लखनऊ पुलिस ने यह भी अपील की है कि दंगाइयों के बारे में लोग पुलिस को जानकारी भी दें. पुलिस ने दंगाइयों की पहचान के लिए लोगों से मदद मांगी है. पुलिस की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि जानकारी देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
लखनऊ पुलिस की ओर से लगाए गए बैनर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा के बाद अधिकारियों को आदेश दिया था कि दंगाइयों की ही संपत्ति जब्त की जाए, जिससे सार्वजनिक संपत्तियों के हुए नुकसान की भरपाई की जा सके.
16761 सोशल मीडिया पोस्ट आपत्तिजनक
नागरिकता संशोधन कानून 2019 पर विरोध के चलते पिछले दिनों लखनऊ में भारी हिंसा देखी गई थी. पुलिस ने इस मामले में 16761 सोशल मीडिया पोस्ट को आपत्तिजनक पाया था. साथ ही पुलिस ने हिंसा में शामिल 110 लोगों को नोटिस भी जारी किया.
लखनऊ हिंसा मामले में पुलिस एक्शन में है और लगातार कार्रवाई को अंजाम दे रही है. पुलिस सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों की भी धरपकड़ करने में जुट गई है. पुलिस लखनऊ हिंसा मामले में ट्विटर पर 7513, फेसबुक पर 9076 और यूट्यूब पर 172 सोशल मीडिया पोस्ट समेट कुल 16761 पोस्ट को चिन्हित कर चुकी है.
पुलिस का कहना है कि इन सोशल मीडिया अकाउंट्स को या तो हटाया जाएगा या ब्लॉक किया जाएगा. ये अकाउंट पुलिस के स्कैनर पर है. हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर पुलिस ने उन्हें नोटिस भेजना शुरू कर दिया है. 110 लोगों को लखनऊ पुलिस ने नोटिस जारी किया है.