लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने पार्टी नेताओं को सरकार और संगठन में 'एडजस्ट' करने की कवायद शुरू कर दी है. इसके तहत नेताओं और कार्यकर्ताओं को मंत्री का दर्जा देकर लालबत्ती बांटने के बाद अब बचे हुए लोगों को संगठन के बड़े पदों पर बिठाकर बहलाया जा रहा है.
बताया जाता है कि वैसे कार्यकर्ता जो दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री, निगमों और संस्थानों के अध्यक्ष नहीं बन सके हैं, अब वह संगठन में किसी बड़े पद पाने की होड़ में जुट गए हैं. यही वजह है कि पिछले 15 दिनों में 20 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को संगठन में पदों पर तैनाती दी गई है. कुछ और पदों के लिए भी कार्यकर्ता बड़े नेताओं के चक्कर काट रहे हैं.
गौरतलब है कि इस कवायद के तहत सबसे पहले एससी, एसटी सेल का गठन किया गया और विधायक सुभाष पासी को उसका अध्यक्ष बना दिया गया. इसके साथ ही इसी महीने सपा की शिक्षक सभा का अध्यक्ष डॉ. पंकज कुमार को बनाया गया और श्रमिक सभा का अध्यक्ष राजाराम यादव को नियुक्त किया गया. यह दोनों पद करीब डेढ़ साल से खाली थे.
इसके साथ ही सपा अधिवक्ता सभा में भी वीरेन्द्र कुमार, अरुण कुमार त्रिपाठी और हरीशंकर सिंह को क्रम से राष्ट्रीय उपाध्यष, महामंत्री और सचिव नियुक्त किया गया. हाल ही सपा प्रबुद्ध सभा का भी गठन कर दिया गया है. मंत्री मनोज पांडेय को उसका प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.