उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक गन्ना किसान ने आत्महत्या कर ली. आरोप है कि चीनी मिल प्रबंधन की लापरवाही के चलते ही किसान को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा. इस मामले में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि मैंने पहले ही आगाह किया था.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा, 'अपनी गन्ने की फसल को खेत में सूखता देख और पर्ची न मिलने के चलते मुजफ्फरनगर के एक गन्ना किसान ने आत्महत्या कर ली. बीजेपी का दावा था कि 14 दिनों में पूरा भुगतान दिया जाएगा, लेकिन हजारों करोड़ रुपया दबाकर चीनी मिलें बंद हो चुकी हैं.'
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योगी सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, 'मैंने 2 दिन पहले ही सरकार को इसके लिए आगाह किया था. सोचिए इस आर्थिक तंगी के दौर में भुगतान न पाने वाले किसान परिवारों पर क्या बीत रही होगी, लेकिन बीजेपी सरकार अब 14 दिन में गन्ना भुगतान का नाम तक नहीं लेती.'
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क्या है पूरा मामला
मुजफ्फरनगर के सिसौली नई आबादी के रहने वाले गन्ना किसान ओमपाल का शव गुरुवार को सिसौली-हड़ौली मार्ग स्थित उसके खेत में बनी ट्यूबवेल के एक पेड़ पर लटका हुआ मिला. आरोप है कि खतौली चीनी मिल प्रबंधन की लापरवाही के चलते किसान के तीन बीघा के खेत में खड़ी गन्ने की फसल की पर्ची नहीं आई थी.
पर्ची नहीं मिलने के कारण किसान तनाव में था. मौके पर पहुंची पुलिस जब शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश करने लगी तो वहां एकत्र लोगों ने शव नहीं उठने दिया. चीनी मिल प्रबंधन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के आश्वासन के बाद ही किसान का शव पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया गया.