अगर आपको पता चले कि जो दूध आप पी रहे हैं, उसमें वॉशिंग पाउडर और वाइटनर जैसे खतरनाक पदार्थ की मिलावट की गई है तो शायद आप सिहर जाएंगे. लेकिन उत्तर प्रदेश में यही हो रहा है. यहां की जनता दूध में वॉशिंग पाउडर, वाइटनर, चीनी, कार्बोहाइड्रेट, स्टार्च और बाहरी चिकनाई की मिलावट किया गया दूध इस्तेमाल कर रही है. इनमें ज्यादातर मामलों में वाशिंग पाउडर की मिलावट पाई गई है.
दूध में मिलावट के करीब डेढ़ हजार मामलों में मुकदमा चल रहा है, लेकिन अभी सजा किसी को नहीं हुई है. इन तथ्यों की जानकारी उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामे से होती है.
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका लंबित है जिसमें दूध में मिलावट का मुद्दा उठाया गया है. स्वामी अच्युतानंद तीरथ की ओर से दाखिल जनहित याचिका में मिलावटी दूध की बिक्री रोके जाने की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट ने गत पांच दिसंबर को उत्तर प्रदेश व अन्य चार राज्यों से मिलावटी दूध के मामलों में की गई कार्रवाई और उसके नतीजे का ब्योरा मांगा था.