कुख्यात नकल माफिया बेदीराम को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया. बेदीराम प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रश्नपत्र लीक कराने वाले गिरोह का सरगना था. एसटीएफ का दावा है कि वह मध्य प्रदेश में भी प्रश्नपत्र लीक के मामले में वांछित है. मध्यप्रदेश एसटीएफ की टीम यहां आ गयी है. वह उसकी ट्रांजिट रिमांड मांगेगी.
एसटीएफ के एएसपी त्रिवेणी सिंह की टीम ने लखनऊ के गोमतीनगर स्थित विक्रांत खंड में रहने वाले बेदीराम को आशियाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया. बेदीराम और उसके भतीजे दीपक की गतिविधियों के बारे में जानकारियां जुटाने में लगे हुए थे.
टॉस्क फोर्स के एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक, 13 जुलाई को रेलवे की लोको पायलट परीक्षा के दौरान लखनऊ के दो केंद्रों से आंसर-की के साथ गिरफ्तार दो अभ्यर्थियों ने पूछताछ में पेपर लीक कर नकल सामग्री बेदीराम और दीपक द्वारा फोन पर उपलब्ध कराने की जानकारी दी थी. एसएसपी ने कहा कि लोको पायलट की परीक्षा के बारे में अभी तक की पूछताछ में बेदीराम से कोई जानकारी नहीं मिली है.
पाठक का कहना है कि अभी बेदीराम के घर की तलाशी नहीं हुई है. तलाशी में कोई सबूत मिल सकता है. उन्होंने कहा कि अभी पेपर लीक का दावा नहीं किया जा सकता है. आंसर सीट से पेपर के मिलान नहीं होने के रेलवे भर्ती बोर्ड के दावे का भी उन्होंने कोई खंडन नहीं किया.
एसटीएफ के पास पेपर लीक मामले में 16 अभ्यर्थियों से बातचीत का रिकॉर्ड और दोनों अभ्यर्थियों की गवाही है, लेकिन इसमें बेदीराम की आवाज के बारे में पूछने पर उनका कहना था कि यह गोपनीय है.