बिहार और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है. इस दौरान बिजली गिरने की भी घटना सामने आ रही है. अब यूपी के महोबा जिले में पहाड़ों पर बिजली गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई. इस दौरान आधा दर्जन मजदूर घायल हो गए और कुछ मजदूरों के पत्थर के नीचे दबे होने की भी आशंका है.
वहीं दूसरी तरफ, आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेश में 14 लोगों की मौत हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित जिलाधिकारियों को प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का आदेश दिया है.
हाल ही में यूपी में आकाशीय बिजली गिरने से 33 लोगों की मौत की खबर सामने आई थी. 21 जुलाई को आकाशीय बिजली गिरने से कानपुर में 7, झांसी में 5, हमीरपुर में 3, फतहेपुर में 7, रायबरेली में 2, चित्रकूट में 1 और जालौन में 4 व्यक्ति की मौत हो गई थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की थी. इससे पहले 24 और 25 जून को आकाशीय बिजली गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई थी. देश में किसी भी प्राकृतिक आपदा से ज्यादा मौतें बिजली गिरने से होती हैं.
2010 से लेकर 2018 तक 22,027 लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई है. यानी हर साल औसत 2447 लोगों की जान बिजली गिरने से जा रही है.
क्लाइमेट रीजिलिएंट ऑब्जर्विंग सिस्टन प्रमोशन काउंसिल (CROPC) के चेयरमैन कर्नल संजय श्रीवास्तव ने बताया कि 2018 में ही 3000 से ज्यादा मौत बिजली गिरने से हुई है. पिछले तीन साल में ही बिजली गिरने से होने वाली मौतों की संख्या में 1000 का इजाफा हुआ है.