उत्तर प्रदेश के पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र में आज सैकड़ों मतदाताओं को वोटर पर्ची मिलने के बावजूद मतदाता सूची से उनका नाम गायब होने का विरोध करने पर आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी राजीव अग्रवाल तथा उनके समर्थकों को पुलिस ने कथित रूप से हिरासत में ले लिया.
प्रशासन पर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री हाजी रियाज अहमद के दबाव में काम करने तथा पुलिस पर 'आप' के कार्यकर्ताओं से मारपीट करने का आरोप लगाया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि पीलीभीत शहर से सटे नौगवां पकड़िया गांव में चुनाव आयोग ने विभिन्न कारणों से करीब 400 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिया था और मतदान केंद्र पर संशोधित सूची भेजी गई थी.
हालांकि उन मतदाताओं को पुरानी सूची के आधार पर मतदान पर्ची बांट दी गई थी. वे लोग जब वोट डालने पहुंचे तो सूची में नाम नहीं होने की वजह से उन्हें वापस लौटने को कहा गया. उन्होंने बताया कि वोट नहीं डाल पाने के कारण लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया.
इसकी सूचना मिलने पर पीलीभीत से आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी राजीव अग्रवाल, पार्टी जिलाध्यक्ष संदीप सक्सेना तथा अन्य समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और मतदाताओं को वोट नहीं डालने देने का विरोध किया. सूत्रों ने बताया कि बवाल की खबर मिलने पर सुनगढ़ी के थानाध्यक्ष अतुल प्रधान अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे.
उन्होंने आंदोलित 'आप' प्रत्याशी अग्रवाल तथा उनके सहयोगियों को समझाने की कोशिश की, नहीं मानने पर उन्हें थाने ले जाया गया. आरोप है कि उन्हें हिरासत में लिया गया, लेकिन जिला प्रशासन ने इससे इनकार किया है.