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राज्यपाल से मिले BJP के ये सीनियर नेता और UP में टल गया मंत्रिमंडल विस्तार? पढ़ें Inside story

उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन में बदलाव के कयासों के बीच अगले साल के शुरुआत में होने वाला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा और साथ ही यूपी कैबिनेट का विस्तार कब होगाइसका फैसला भी उन्हें ही करना है. इतना ही नहीं एके शर्मा को लेकर केंद्रीय नेतृत्व और सीएम योगी के बीच गतिरोध जस का तस बना हुआ है.

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सीएम योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी आदित्यनाथ
स्टोरी हाइलाइट्स
  • योगी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा 2022 का चुनाव
  • योगी के हाथ में है कैबिनेट विस्तार का फैसला
  • अरविंद शर्मा को लेकर योगी और केंद्र के बीच ठनी

उत्तर प्रदेश में बीजेपी नेता भले 'सब कुछ ठीक-ठाक' होना का दावा कर रहे हैं, लेकिन पार्टी में सियासी खींचतान अंदर ही अंदर जारी है. सरकार और संगठन में बदलाव के कयासों के बीच अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा और साथ ही यूपी कैबिनेट विस्तार कब होगा इसका फैसला भी उन्हें ही करना है. इतना ही नहीं एके शर्मा को लेकर केंद्रीय नेतृत्व और सीएम योगी के बीच गतिरोध जस का तस बना हुआ है. ऐसे में देखना है कि योगी अब क्या कदम उठाते हैं? 

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यूपी में मंत्रिमंडल के विस्तार का फैसला भी अब योगी आदित्यनाथ को ही करना है. सीएम योगी फिलहाल अपने कैबिनेट में किसी तरह का कोई फेरबदल नहीं कर रहे हैं, लेकिन आने वाले वक्त में इससे इनकार भी नहीं किया जा सकता है? बीजेपी के करीबी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से यानी केंद्र सरकार से स्पष्ट संकेतों के बाद ही कैबिनेट विस्तार पर किसी तरह का फैसला होगा. 

बीजेपी के यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह ने कहा कि सरकार और संगठन मिलकर अच्छा काम कर रहे हैं. मंत्रिमंडल में जो पद खाली हैं, वो भरे जाएंगे. मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, जिस पर फैसला योगी आदित्यनाथ को लेना है. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में हमारे बहुत से कार्यकर्ता जीते हैं, ऐसे में प्रदेश संगठन और सरकार अच्छी तरह चल रहा है. मंत्रिमंडल की कुछ सीटें खाली हैं जिसे लेकर उचित समय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निर्णय लेंगे. 

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वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री कोई नहीं है. योगी जी जितना किसी ने काम नही किया. इससे पहले की सरकारें सभी ने देखी हैं. साथ ही स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि 2022 का चुनाव फिर एक योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. 

इस मुलाकात से खुश नहीं हैं सीएम योगी

बीजेपी प्रभारी राधामोहन सिंह ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और विधानसभा अध्यक्ष ह्रदयनारायण दीक्षित से रविवार को मुलाकात किया है. सूत्रों की मानें तो राधा मोहन सिंह की राज्यपाल से मिलने की टाइमिंग को लेकर सीएम योगी खुश नहीं हैं. इस मुलाकात से बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिलहाल अपनी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं करने का फैसला किया है. 

7 मंत्रियों का स्थान राज्य में खाली

हालांकि, सूबे की योगी सरकार में फिलहाल कुल 53 मंत्री हैं जबकि मंत्रिमंडल में 60 मंत्री हो सकते हैं. ऐसे में सात मंत्रियों का स्थान रिक्त है. चुनावी साल होने के चलते माना जा रहा था कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार का कदम राज्य सरकार उठाएगी, लेकिन बीजेपी में जिस तरह अंदरखाने शह-मात का खेल हो रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट विस्तार को टाल दिया है. 

एके शर्मा को लेकर फंसा पेंच

यूपी में कैबिनेट विस्तार के चर्चाओं के केंद्र में नौकरशाह से नेता बने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले अरविंद कुमार शर्मा हैं. एमएलसी बनाए जाने के बाद से उनके मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन चार महीने बीत जाने के बावजूद अरविंद शर्मा को न तो मंत्रिपरिषद में जगह दी गई और न ही कोई अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारी. 

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सूत्रों की मानें तो अरविंद शर्मा को लेकर केंद्रीय नेतृत्व और योगी आदित्यनाथ के बीच गतिरोध बरकरार हैं, क्योंकि केंद्र एके शर्मा को सूबे में अहम विभाग देना चाहता है जबकि सीएम योगी इसके लिए तैयार नहीं है. ऐसे में कैबिनेट विस्तार को फिलहाल टालकर अरविंद शर्मा के मंत्री बनने के अरमानों पर पानी फेर दिया है. ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि अब कैबिनेट विस्तार तभी होगा जब दिल्ली से हरी झंडी मिलेगी. 

 

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