विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के नए कार्यकारी अध्यक्ष विष्णु हरि सदाशिव कोकजे आज अयोध्या में रामलला के दर्शन करने पहुंचे. इस बीच उन्होंने राम मंदिर से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब दिए. राम निर्माण के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कब होगा, यह तो भगवान राम ही तय करेंगे.
वीएचपी की कमान संभालने के बाद कोकजे की यह पहली अयोध्या यात्रा है. राम मंदिर विवाद की सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई और इस विवाद को कोर्ट के बाहर सुलझाने की कोशिशों के बीच कोकजे का यह दौरा बेहद अहम है. जानिए कि अयोध्या पहुंचे कोकजे ने आजतक से विशेष बातचीत में क्या-क्या कहा....
सवाल- राम मंदिर निर्माण को लेकर क्या रणनीति होगी और यह कब बनेगा?
कोकजे का जवाब- राम जन्मभूमि हमारी आस्था का प्रतीक है. सभी लोग राम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं. आज तक इसके लिए जो प्रयत्न हुए हैं, उसे आगे बढ़ाएंगे. आज की स्थिति भी भगवान राम की बनाई हुई है और आगे भी भगवान राम के आशीर्वाद से न्यायालय में हम जीतेंगे और भव्य मंदिर का निर्माण करेंगे. VHP का अध्यक्ष बनने के बाद भारत घूमने के पहले रामलला के दर्शन करने आया हूं. यहीं से हमारा आंदोलन शुरू होगा. भगवान राम हमारे सपने को पूरा करेंगे.
सवाल- क्या VHP उसी स्टैंड पर अडिग है कि फैसला चाहे जो हो, पर मंदिर वहीं बनेगा?
जवाब- न्यायालय पर अविश्वास करने का कोई कारण नहीं है. हमारा पक्ष न्याय का है और हमें न्याय मिलेगा. न्यायालय के फैसले के बाद क्या होगा, यह सब हम लोग साथ बैठकर तय करेंगे. हमारे यहां सामूहिक फैसले होते हैं. अकेला अध्यक्ष फैसला नहीं लेता है. न्यायालय का फैसला आने के बाद हम तय करेंगे कि आगे कैसे बढ़ना है? फिलहाल फैसले का इंतजार कर रहे हैं.
अभी तक इंतजार अंतहीन था, लेकिन अब नहीं है. इस मामले को अब रफ्तार मिली है, जो लोग इसमें देर करना चाहते थे. हर बार हस्तक्षेप करके इसे रोकने और इसमें देर करने का प्रयास किया गया. यह भी कोशिश हुई कि साल 2019 के पहले इस मसले पर कोई सुनवाई न हो, लेकिन अब न्यायालय ने फैसला ले लिया है कि पक्षकारों को सुनने और जो अभिलेख साक्ष्य के तौर पर हैं, उसे ध्यान में लेने के बाद फैसला सुनाया जाएगा. हमको उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर पर जल्द से जल्द अपने निर्णय सुना देगा.
सवाल- न्यायालय तो टाइटल सूट और जमीन विवाद ही देखेगा?
जवाब- न्यायालय में पक्ष रखने का काम वरिष्ठ वकीलों को दिया गया है. न्यायालय में मजबूती के साथ हमारा पक्ष रखा जाएगा. हालांकि हम इसकी सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं कर सकते. सात हजार पृष्ठों का हमारा उत्तर है. अब पक्ष रखना उन महानुभावों पर निर्भर है, जो इसकी पैरवी कर रहे हैं और पूरी क्षमता के साथ इसकी पैरवी करे रहे हैं.
सवाल- अगले साल लोकसभा चुनाव हैं, तो क्या 2019 के पहले राम मंदिर पर फैसला आ जाएगा?
जवाब- हमें लगता है कि यह फैसला लोकसभा चुनाव से पहले आएगा. हालांकि चुनाव से इसका कोई संबंध नहीं है. साल 1980 से अब तक कई चुनाव हो चुके हैं. यह हिंदुओं की आस्था का सवाल है. इसे चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है. इसके अलावा सभी राजनीतिक पार्टियों में हिंदू हैं और इसमें आस्था रखते हैं. इसमें हम राजनीति नहीं करते और न ही राजनीति देखते हैं.
सवाल- केंद्र में मोदी और राज्य में योगी के आने से उम्मीद बनी थी कि राम मंदिर जल्द बनेगा, लेकिन अभी तक नहीं बना. मोदी सरकार का कार्यकाल पूरा होने वाला है, तो क्या आपको लगता है कि साल 2019 से पहले राम मंदिर पर फैसला आ जाएगा और इसका निर्माण शुरू हो जाएगा?
जवाब- राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला जल्द से जल्द आएगा. हमको इसकी पूरी उम्मीद है. साल 2019 कोई बेंच मार्क नहीं है, लेकिन निर्णय जल्द से जल्द आएगा. इसका हमें पूर्ण विश्वास है.
सवाल -अभी तक वीएचपी का चेहरा प्रवीण तोगड़िया थे, जोकि उग्र चेहरा माने जाते थे और आप न्यायपालिका से आए हैं, तो सौम्य चेहरा है, तो क्या वीएचपी में यह कोई बदलाव है?
जवाब- हिंदुत्व और उग्रवाद आपस में ही विरोधाभासी बातें हैं. एक ही बात को दो आदमी अलग-अलग ढंग से कहते हैं. हमारे लिए सभी पूर्व पदाधिकारी वंदनीय हैं. हम किसी पर कोई टीका-टिप्पणी नहीं करते.
सवाल- क्या आप राम मंदिर निर्माण की कोई तारीख बता सकते हैं?
जवाब- मंदिर निर्माण की तारीख तो भगवान राम तय करेंगे. हम क्या तय करेंगे?