पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी मामले में बीजेपी (BJP) ने एक्शन लेते हुए पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की प्राथमिक सदस्यता (Primary Membership) सस्पेंड कर दी तो दूसरी तरफ मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल (Naveen Kumar Jindal) को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस कार्रवाई पर विपक्ष ने बीजेपी से तमाम सवाल पूछे हैं तो दूसरी तरफ यह मांग भी उठ रही है कि कार्रवाई एक तरफा नहीं होनी चाहिए. इसमें ऐसे मामलों में उन सभी के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाए जो हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते हैं.
इसी कड़ी में ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने आजतक से बातचीत में कहा कि सड़क किनारे पार्किंग पत्थर को शिवजी बताने और शिवलिंग को फव्वारा बताने वालों के खिलाफ भी तो कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि जो दूसरे देश हजरत मोहम्मद साहब की शान को लेकर आग बबूला हो रहे हैं उन्हें मुस्लिम वक्ताओं की जुबान और शैली पर भी ध्यान देना चाहिए. वो सभी उस पर क्यों नहीं बोलते. विष्णु शंकर जैन ने कहा कि कार्रवाई हो तो एकतरफा क्यों हो, यह चौतरफा होनी चाहिए. हम कब तक अपने आराध्य देवी देवताओं का अपमान सहेंगे और क्यों?
वहीं दूसरी तरफ इसी मामले में विहिप के अध्यक्ष आलोक कुमार का कहना है कि ईश निंदा का नियम और सजा सब पर लागू होनी चाहिए. उन पर भी जो हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ अभद्र और भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करते हैं.
आलोक कुमार ने कहा कि इन सब के साथ ओवैसी और अन्य मुस्लिम जिस तरह की अमर्यादित भाषा धमकी के अंदाज में बोल रहे हैं उन सभी पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अभी तक हम सुन रहे हैं. लेकिन अगर इसको लेकर कोई भी प्रतिक्रिया होगी तो स्थिति चिंताजनक हो सकती है. नूपुर शर्मा ने कहा है कि अदालत को तय करने दिया जाए कि उनका बयान हेट स्पीच के तहत आता है या नहीं.
इसके अलावा बीजेपी नेता आरपी सिंह का कहना है कि हमारी पार्टी सभी धर्मों का, सभी धर्मों गुरुओं का, सभी धर्मों के पूजनीय और अनुयायी का सम्मान करती है. ऐसे में जिस किसी ने पार्टी की लाइन को क्रॉस किया तो उसके खिलाफ एक्शन लिया गया है. वहीं उन्होंने अखिलेश यादव के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के विधायक ने शिवलिंग पर क्या बयान दिया है? अखिलेश यादव पहले अपने विधायक पर कार्रवाई करें, फिर बीजेपी पर कमेंट करें. पार्टी ने जो भी एक्शन लिया है वो पार्टी की पॉलिसी और विचारधारा के तहत लिया गया है.