समाजवादी पार्टी और कौमी एकता दल के फिर से करीब आने की सुगबुगाहट के बीच मंगलवार को मुख्तार अंसारी ने सपा नेता शिवपाल यादव से 45 मिनट लंबी मुलाकात की. ये मुलाकात विधानसभा में शिवपाल यादव के दफ्तर में हुई. मुख्तार अंसारी फिलहाल जेल में बंद हैं लेकिन विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए उन्हें अनुमति मिली है.
इस मुलाकात के बाद मुख्तार अंसारी ने कहा की कौमी एकता दल अब समाजवादी पार्टी में विलय के खिलाफ है. लेकिन उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी, कौमी एकता दल से चुनाव में गठबंधन करती है तो उन्हें कोई एतराज नहीं होगा. हालांकि मुख्तार अंसारी ने दावा किया कि आज की उनकी मुलाकात उनके इलाके में बाढ़ को लेकर थी और पार्टी के गठबंधन या विलय के बारे में कोई बातचीत नहीं हुई.
मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल से गठबंधन या विलय, समाजवादी पार्टी के लिए गले की हड्डी बन गया है. एक बार इस विलय की घोषणा होने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कड़े विरोध के बाद पार्टी ने इससे पल्ला झाड़ लिया था. लेकिन पार्टी के भीतर कौमी एकता दल को लेकर मतभेद अब भी कायम हैं. शिवपाल यादव गठबंधन के पक्ष में हैं तो वहीं अखिलेश यादव अपनी इमेज को लेकर चिंतित हैं और कौमी एकता दल से हाथ मिलाने के सख्त खिलाफ हैं. पार्टी के नेताओं का कहना है एक तरफ वोटों की चिंता है और दूसरी तरफ इमेज की. ऐसे में पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को फैसला करना है.