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आजम को 'तालिबान' शब्द से प्यार क्यों: BJP

बीजेपी की यूपी इकाई ने नगर विकास मंत्री आजम खान पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि वह बार-बार अपने बयानों में तालिबान का जिक्र करते हैं, आखिर उनको इस शब्द से इतना लगाव क्यों है?

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आजम खान (फाइल फोटो)
आजम खान (फाइल फोटो)

बीजेपी की यूपी इकाई ने नगर विकास मंत्री आजम खान पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि वह बार-बार अपने बयानों में तालिबान का जिक्र करते हैं, आखिर उनको इस शब्द से इतना लगाव क्यों है?

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बीजेपी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के 'क्लीन यूपी-ग्रीन यूपी' अभियान पर भी सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि पार्टी यह जानना चाहती है कि आजम को तालिबान शब्द से इतना लगाव क्यों है? रामपुर में जब पिछले दिनों समाजवादी पार्टी (सपा ) के अध्यक्ष मुलायम का जन्मदिन मना था तब भी उन्होंने तालिबान शब्द का जिक्र किया था.

पाठक ने कहा, 'मुलायम सिंह के जन्म दिन पर आजम ने कहा था कि उनके शाही जन्मदिन में तालिबानी धन लगा हुआ है. अब उन्होंने एक बार फिर बयान दिया है कि देश को संघी तालिबान से खतरा है. उन्हें आखिर तालिबान शब्द से इतना लगाव क्यों है? पाठक ने कहा, 'यह पूरी दुनिया जानती है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) समाज और देशहित में वर्षो से काम करता आ रहा है. हुदहुद तूफान हो या फिर कश्मीर में बाढ़ के बाद फैली त्रासदी, हर वक्त संघ के कार्यकर्ताओं ने आगे बढ़कर लोगों की मदद की. आजम आखिर संघ और तालिबान को एक साथ जोड़कर क्या साबित करना चाहते हैं.'

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उन्होंने आजम पर पलटवार करते हुए कहा कि आजम जब देशहित से जुड़े मुद्दों पर समाज की सेवा करने के लिए आगे आएंगे, तब उन्हें संघ का असली मतलब समझ में आएगा. पाठक ने इस दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्वच्छ यूपी-हरित यूपी अभियान की भी खिंचाई की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक तरफ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान की आलोचना करते रहते हैं और दूसरी ओर ग्रीन यूपी-क्लीन यूपी का नारा बुलंद कर रहे हैं.

बीजेपी नेता ने कहा कि उप्र में बिना झाडू मारे 'क्लीन यूपी-ग्रीन यूपी' का नारा कैसे बुलंद होगा. इसके लिए उन्हें और उनके नेताओं को तो झाडू उठाना ही पड़ेगा, फिर वह यह बयान क्यों दे रहे हैं कि कुछ लोग दिखावे के लिए झाडू मार रहे हैं.

उन्होंने कहा, 'असल बात तो यह है कि प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के बाद उप्र सरकार पर भी दबाव बढ़ा है. इस दबाव का नतीजा है कि अब अखिलेश सरकार 'ग्रीन यूपी-क्लीन यूपी' का नारा तेज कर रही है.'
(इनपुट IANS से)

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