यूपी की सपा सरकार की कैबिनेट मीटिंग हो और उसमें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद सबसे वरिष्ठ मंत्री शामिल न हो तो सवाल उठना लाजमी है. मंगलवार 10 सितंबर को भी ऐसा ही हुआ. लखनऊ के लाल बहादुर शास्त्री भवन में मौजूद मुख्यमंत्री कार्यालय के मीटिंग हॉल में शुरू हुई कैबिनेट मीटिंग से आजम खान नदारद रहे. ऐसा नहीं था कि आजम शहर से बाहर थे.
जिस वक्त मुख्यमंत्री कार्यालय में कैबिनेट मीटिंग चल रही थी उस दौरान आजम अपने 3 विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी आवास में मौजूद थे. पिछले दो महीनों में हुईं चार कैबिनेट मीटिंग में एक बार भी आजम ने शिरकत नहीं की. सोमवार 9 सितंबर को लखनऊ के हज हाउस से हज यात्रियों को रवाना करने के लिए आयोजित कार्यक्रम पिछले दो महीनों के दौरान वह इकलौता मौका था जब आजम खान ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ किसी कार्यक्रम या मीटिंग में शिरकत की हो.'
इंडिया टुडे से खास बातचीत में आजम खान ने स्वीकारा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से दूरियां बनाई हैं. आजम ने इसकी तोहमत मीडिया पर भी मढ़ी है. आजम ने कहा 'मेरे और मुख्यमंत्री के रिश्तों में दरार डालने की कोशिश हो रही है. मीडिया बार-बार यह कह रहा है कि मैं सरकार पर हावी हो रहा हूं जबकि ऐसा कतई नहीं है. इन आरोपों से मेरा मन बेहद दुखी है और यही वह वजह है जिससे मैंने अपने मुख्यमंत्री से कुछ दूरियां बनाई हैं. मैं इन आरोपों से अपने को दूर रखने की भरसक कोशिश कर रहा हूं बस मैंने इस्तीफा नहीं दिया है.