उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में आगाज के तौर पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी के सफल चुनावी कार्यक्रमों से उत्साहित कांग्रेस ने ऐलान किया कि यूपी में वो किसी के साथ चुनावी गठबंधन नहीं करेगी. इस बात का ऐलान यूपी में कांग्रेस की मुख्यमंत्री उम्मीदवार शीला दीक्षित ने लखनऊ में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया.
शीला दीक्षित से जब नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और बीएसपी से चुनावी गठबंधन के बारे में पूछा गया तो शीला दीक्षित ने साफ कहा कि किसी पार्टी से कोई गठबंधन नहीं होगा, कांग्रेस अपने बूते खड़ी होगी और लड़ेगी.
कांग्रेस उम्मीवारों के नाम का ऐलान जल्द
शीला ने कहा कि पार्टी अपने उम्मीवारों के नाम का ऐलान भी जल्द करेगी, लेकिन कब करेगी इसका फैसला पार्टी करेगी. खुद के चुनाव लड़ने पर शीला दीक्षित ने कहा कि ये फैसला वो खुद
नहीं लेंगी बल्कि पार्टी का आदेश का पालन करेंगी.
बेहाल यूपी को सुधारेगी कांग्रेस
पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा बनने के बाद ये शीला दीक्षित का अपना पहला प्रेस कांफ्रेंस था. उन्होंने कहा कि 27 साल बाद इस बार कांग्रेस की सरकार बनेगी. सपा, बीएसपी और
बीजेपी सबकी सरकार लोग देख चुके है, लेकिन विकास नहीं हुआ. बेहाल यूपी को सुधारने का कांग्रेस का संकल्प है, जिसे वह पूरा करेंगी.
कानून, बिजली और महिलाओं की सुरक्षा बनेगा चुनावी मुद्दा
शीला दीक्षित ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था खराब है और इसे हमें सुधारना होगा. बिजली नहीं है. बिजली की खराब हालत भी चुनावी एजेंडे में सबसे ऊपर होगा. उन्होंने कहा कि अखिलेश
राज में महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं. जनता इसका हिसाब लेकर रहेगी.