सपा मुखिया ने एक बार फिर अपने मंत्रियों को चेतावनी भरे लहजे में यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए जुट जाने की नसीहत दी है. मुलायम ने यूपी के मंत्रियों से कहा है कि अगर उनके इलाके से सपा प्रत्याशी हारा तो उन्हें कुर्सी गंवानी पड़ेगी.
सोमवार 25 नवंबर को लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में सपा नेताओं के साथ बैठक में मुलायम सिंह यादव ने कहा, 'यूपी में पिछली सपा सरकार के समय हमने 39 सीटें जीती थी. तब गठबंधन सरकार थी और आज पूर्ण बहुमत की सरकार है. ऐसे में हमें और ज्यादा सीटें जीतनी चाहिए.' उन्होंने मंत्रियों को गांवों के दौरे करने की नसीहत देते हुए कहा कि अगर उनके क्षेत्र में पार्टी हारी तो उनके लिए मुश्किलें होंगी. चुनाव बाद ऐसे मंत्रियों को अपने पद से हाथ भी धोना पड़ सकता है.
'तीसरे मोर्चे में सबसे अहम भूमिका सपा की'
मुलायम ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति में तीसरे विकल्प में सपा की बड़ी भूमिका तय है. सपा तीसरे मोर्चे की सबसे बड़ी पार्टी है और प्रदेश में भी इसकी बहुमत की सरकार है. उन्होंने कहा, 'समाजवादी इतिहास रचते हैं. रायबरेली से इंदिरा गांधी को समाजवादी राजनारायण ने ही हराया था. जोखिम उठाने के सपा के चरित्र की वजह से प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ, अब केंद्र की बारी है'. उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा, वे अर्जुन की तरह चिड़िया की आंख यानी दिल्ली की गद्दी पर अपना निशाना रखें. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में सपा की सरकार बनेगी तो महंगाई खत्म होगी, वंचितों और कमजोर वर्ग को न्याय मिलेगा.
दूसरी सरकारें कर रही हैं यूपी की नकल: अखिलेश
पार्टी नेताओं की बैठक में मौजूद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, 'लोकसभा चुनाव में अब 120 दिन रह गए हैं. सरकार अपना काम कर रही है. यूपी सरकार की उपलब्धियों की दूसरे सूबे की सरकारें भी नकल कर रही हैं. इन योजनाओं को जनता तक पहुंचाना चाहिए. इससे अच्छा मौका कभी नहीं मिलेगा. बिजली उत्पादन के लिए ललितपुर और इलाहाबाद में बिजलीघर लग रहे हैं. अभी जो ताकतें टीवी और प्रिंट मीडिया में दिख रही हैं, वे ज्यादा दिन टिकने वाली नहीं हैं.'