आगरा में यमुना नदी की गंदगी और ताजमहल के किनारे लगे कूड़े के अंबार को लेकर प्रदर्शन कर रही भारतीय लड़की को समाजवादी पार्टी (सपा) नेता ने विदेशी बता दिया. इसके बाद 10 वर्षीय चाइल्ड एक्टिविस्ट ने खुद ट्वीट करके कहा कि I'm a proud Indian. लड़की के जवाब के बाद सपा नेता ट्रोल हो गए हैं और उन्होंने बाद में अपनी सफाई जारी की.
दरअसल, सपा के डिजिटल मीडिया कोआर्डिनेटर मनीष जगन अग्रवाल ने बुधवार को एक तस्वीर ट्वीट किया और लिखा- 'विदेशी पर्यटक भी भाजपा शासित योगी सरकार को आईना दिखाने को मजबूर हैं, भाजपा की सरकार में यमुना जी गंदगी से भरी पड़ी हैं ,ताजमहल को खूबसूरती पर ये गंदगी एक बदनुमा दाग है.'
सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल ने आगे लिखा, 'विदेशी पर्यटक द्वारा सरकार को आईना दिखाना बेहद शर्मनाक है ,भारत और यूपी की ये छवि भाजपा सरकार ने बनाई है.' मनीष के इस ट्वीट पर प्रदर्शन करने वाली Licypriya Kangujam ने कहा कि मैं एक गौरवान्वित भारतीय हूं, मैं विदेशी नहीं हूं.
Hello Sir,
I'm a proud Indian. I'm not a foreigner. 🙏 https://t.co/KBshDFJzQM— Licypriya Kangujam (@LicypriyaK) June 22, 2022
इसके बाद सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल ट्रोल होने लगे. इसके बाद उनके सारा ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया. मनीष जगन अग्रवाल ने ट्वीट करके कहा, 'इस तस्वीर को कल एक न्यूज चैनल ने दिखाया ,जिसमें भारत की इस बेटी को विदेशी बताया गया ,चैनल की गलत खबर की वजह से समझने में भूल हुई.'
Sir, I represented my country 🇮🇳 8th times at United Nations 🇺🇳 till my age of 10 is not to call me a "Foreigner".
— Licypriya Kangujam (@LicypriyaK) June 23, 2022
Stop such racist attitude towards North East People. This is unacceptable at any cost. 😢 🙏💔 https://t.co/mDQooM5eEb pic.twitter.com/SJ9ChTGpPp
सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल ने आगे कहा, 'भारत की इस बेटी के पर्यावरण बचाओ अभियान की सराहना है और हम सब भारत की इस बेटी के साथ हैं.' मनीष के इस ट्वीट का जवाब देते हुए Licypriya Kangujam ने कहा, '10 वर्ष की आयु तक मैंने अपने देश का प्रतिनिधित्व संयुक्त राष्ट्र में 8बार किया, मुझे विदेशी मत कहिए.'
Licypriya Kangujam ने आगे कहा, 'नॉर्थ ईस्ट के लोगों के प्रति इस तरह के नस्लवादी रवैये को रोकें. यह किसी भी कीमत पर अस्वीकार्य है.' Licypriya Kangujam लगातार सामाजिक मुद्दों को उठाती रहती हैं. उन्होंने आगरा के अलावा लखनऊ में विधानसभा के सामने भी प्रदर्शन किया था.