अपने सीमावर्ती दुश्मनों से घिरा भारत लगातार अपनी सैन्य तैयारियों को मजबूत कर रहा है. इसी क्रम में सेना बटालियन को उनके गौरवान्वित इतिहास और विशिष्ट सम्मान के जरिए उत्साहवर्धन भी किया जाता है. अयोध्या (Ayodhya) के डोगरा रेजिमेंटस सेंटर में भारतीय सेना के वरिष्ठ अफसर थल सेना की बटालियन को विशिष्ट सम्मान से अलंकृत करेंगे. इस दौरान सेना की भव्य परेड और शौर्य से देखने को मिलेगा. सेना के बैंड की धुन जोश बढ़ाएगी.
उत्साह, रोमांच, शौर्य और सम्मान का होगा अद्भुत संगम
यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण के 1 दिन पहले 24 मार्च को अयोध्या में शौर्य की गाथा सुनाई देगी. अयोध्या के डोगरा रेजिमेंटस सेंटर में थल सेना की दो बटालियन को विशिष्ट सम्मान से अलंकृत किया जाएगा. इस दौरान उत्साह और रोमांच के साथ अलग-अलग शौर्य पराक्रम के लिए सम्मान से भी नवाजा जाएगा. इसके लिए डोगरा रेजिमेंटल सेंटर के लाला परेड ग्राउंड में फुल ड्रेस रिहर्सल की जा चुकी है. इस खास समारोह के रिहर्सल में ब्रिगेडियर कमांडेंट जेके एस विर्क ने भी भाग लिया था.
24 मार्च को होने वाले इस विशेष समारोह में देश के लिए अपने जीवन का अमूल्य बलिदान देने वाले शहीदों की पत्नियों और परिजनों को सम्मानित किया जाएगा. इसी के साथ अलग-अलग मोर्चों पर अपने शौर्य और पराक्रम का प्रदर्शन करने वाली सैन्य बटालियन और जवानों को भी सम्मानित किया जाएगा. उनके पराक्रम और शौर्य की गाथा भी संक्षेप में सुनाई जाएगी. उनकी बटालियन के गौरवमयी इतिहास से परिचित कराया जाएगा.
बाहरी व्यक्ति के प्रवेश की नहीं होगी अनुमति
इस विशेष कार्यक्रम में आम जनता को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. सेना के अलावा इसमें केवल मीडिया के वह चुनिंदा लोग ही शामिल होंगे, जिनको सेना कवरेज की अनुमति देगी. लखनऊ कमांड सेंटर के जन सूचना अधिकारी द्वारिका प्रसाद कहते हैं कि केवल वही लोग इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिनको सेना आमंत्रित करेगी. मीडिया समेत ऐसे सभी आमंत्रित लोगों की पूर्व सूचना रहेगी और उसी के अनुसार उनके बैठने के लिए व्यवस्था भी की जाएगी.
यह है डोगरा रेजिमेंटस सेंटर का इतिहास
आपको बता दें कि डोगरा रेजिमेंट्स की बुनियाद सबसे पहले 1887 में पड़ी थी. 37 डोगरा का गठन हुआ था. इसी प्रकार 1900 में 41 डोगरा का गठन हुआ. डोगरा रेजिमेंट्स का शानदार इतिहास आपको फैजाबाद डोगरा रेजिमेंट्स सेंटर में देखने को मिलता है. यहां भव्य परेड ग्राउंड के ठीक पीछे आपको उन तीन राज्यों के नाम भी लिखे हुए दिख जाएंगे, जहां से इस रेजिमेंट्स के जवान भर्ती किए जाते हैं.