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गजब फर्जीवाड़ा! लखनऊ में वर्क फ्रॉम होम के नाम पर 200 लैपटॉप लेकर कंपनी फरार

दरअसल लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र में स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट एजेंसी नाम की कंपनी ने अपना दफ्तर खोला और युवाओं को नौकरी देने का झांसा दिया. इसके लिए कंपनी की तरफ से नौकरी करने वाले युवकों को लैपटॉप खरीद कर ऑफिस लाने के लिए कहा गया.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वर्क फ्रॉम होम के नाम पर कंपनी 200 लैपटॉप लेकर फरार
  • लखनऊ की घटना, जांच में जुटी यूपी पुलिस

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वर्क फ्रॉम होम (घर से काम) के नाम पर एक कंपनी का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. आरोप है कि युवाओं को रोजगार देने के नाम पर कंपनी ने पहले उनसे लैपटॉप खरीदवाकर ऑफिस में जमा करने को कहा और फिर उसे लेकर फरार हो गई.

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दरअसल लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र में स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट एजेंसी नाम की कंपनी ने अपना दफ्तर खोला और युवाओं को नौकरी देने का झांसा दिया. इसके लिए कंपनी की तरफ से नौकरी करने वाले युवकों को लैपटॉप खरीद कर ऑफिस लाने के लिए कहा गया.

कंपनी की तरफ उन्हें जरूरी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कराने के लिए लैपटॉप को दफ्तर में ही छोड़ने को कहा गया और उन्हें बताया गया कि एक महीने तक वर्क फ्रॉम होम करने के बाद उन्हें सैलरी मिल जाएगी.

युवाओं ने नौकरी की आस में लैपटॉप खरीदकर कंपनी के आदेश के मुताबिक उसे दफ्तर में जमा करा दिया. आरोप हैं कि इसके बाद कंपनी जमा हुए कुल 200 लैपटॉप को लेकर फरार हो गई.

इसका भंडाफोड़ तब हुआ जब कथित तौर पर कंपनी द्वारा दिए गए समय पर नौकरी पाने के इच्छुक वहां अपना लैपटॉप लेने पहुंचे तो ताला जड़ा हुआ देखा. इसके बाद लोगों को पूरा माजरा समझ में आया. ठगे गए युवकों ने थाने में कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कराया है.अब लखनऊ पुलिस उस कंपनी की जांच में जुटी है.

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इस मामले को लेकर लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि ये लोग प्राइवेट काम कर रहे थे और इसकी जानकारी उन्होंने स्थानीय थाने में भी नहीं दी थी.

उन्होंने कहा कि युवकों से लैपटॉप जमा करवाकर कंपनी की तरफ से 1 महीने काम और उसके बाद सैलरी देने की बात की गई थी लेकिन अब कंपनी फरार हो गई है. हम लोग मामले की छानबीन कर आगे की कार्रवाई कर रहे हैं.

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