रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने अकबरपुर-फैजाबाद-बाराबंकी रेल लाइन के दोहरीकरण के काम का शिलान्यास कर दिया है. फैजाबाद रेलवे स्टेशन पर इस काम की शुरुआत करते हुए रेल राज्यमंत्री ने स्टेशन पर एस्कलेटर और लिफ्ट लगाए जाने की भी घोषणा की. अयोध्या स्टेशन के लिए वाटर वेंडिंग मशीन और फैजाबाद रेलवे स्टेशन पर एलईडी लाइटिंग सिस्टम की शुरुआत भी कर दी गई. इस मौके पर स्थानीय सांसद लल्लू सिंह और फैजाबाद नगर निगम के चेयरमैन विजय कुमार गुप्ता के अलावा तमाम रेलवे अधिकारी और स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे.
161 किलोमीटर लंबे अकबरपुर-फैजाबाद-बाराबंकी रेलवे मार्ग की दूसरी लाइन पर काम शुरू होने से स्थानीय स्तर पर काफी उत्साह है. इस रेलवे लाइन के दोहरीकरण से बनारस इलाहाबाद प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, छपरा, गोरखपुर, कुंडा, आजमगढ़ और गाजीपुर के लिए और ज्यादा रेलगाड़ी चलाए जाने की गुंजाइश बनेगी. सिंगल लाइन होने की वजह से इस रूट पर कम गाड़ियां चलती हैं. ऐसे में इस रेल मार्ग का दोहरीकरण हो जाने की स्थिति में इलाहाबाद से अयोध्या के बीच में रेलवे आवाजाही और ज्यादा बढ़ जाएगी. इस साल के बजट में अकबरपुर-फैजाबाद-बाराबंकी रेलवे लाइन के दोहरीकरण के लिए 12 सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. रेलवे इस रूट पर मौजूद 22 रेलवे स्टेशनों पर अत्याधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम और पैसेंजर सुविधाएं देने जा रही है.
राम की नगरी अयोध्या में हर साल लाखों की तादाद में तीर्थयात्री पहुंचते हैं और इसी के मद्देनजर रेल मंत्रालय ने यहां पर मौजूद रेलवे स्टेशनों पर बेहतर यात्री सुविधाएं देने की योजना बनाई है. इसी सिलसिले में फैजाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर वन पर दो एस्कलेटर लगाए जाने की घोषणा की गई है. इसी तरह यहां पर प्लेटफार्म नंबर 1 और 2 को लिफ्ट के जरिए जोड़ने की घोषणा की गई है. इससे विकलांगों और बुजुर्गों को काफी मदद मिलेगी.
इसके अलावा फैजाबाद रेलवे स्टेशन पर एलईडी लाइटिंग सिस्टम लगा दिया गया है. इस लाइटिंग सिस्टम की कीमत 9.5 लाख रुपये रही है. इससे रेलवे को हर साल 58 हजार यूनिट बिजली की बचत होगी. पैसे के लिहाज से देखें तो यह बचत सालाना 4.32 लाख रुपये की होगी. मतलब यह हुआ कि 2 साल में एलईडी लाइटिंग सिस्टम अपनी कीमत खुद ही निकाल लेगा.