उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने गौतमबुद्ध नगर में प्रस्तावित अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी के निर्माण की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि फिल्म सिटी के निर्माण की टेण्डर प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और दिसंबर 2021 तक कार्य अवश्य अवार्ड हो जाए.
उन्होंने कहा कि फिल्म सिटी के अन्तर्गत प्रस्तावित सभी कार्यों को समयबद्ध पूरा करने के लिए टाइम लाइन निर्धारित कर दी जाए और फिल्म सिटी के निर्माण में पीपीपी गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाए.
1000 एकड़ में बन रही फिल्म सिटी
इससे पहले फिल्म सिटी के कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि 1000 एकड़ में फिल्म सिटी का निर्माण किया जा रहा है और 90 प्रतिशत से अधिक भूमि पर कब्जा प्राप्त हो गया है. फिल्म सिटी की डीपीआर फाइनल की जा चुकी है तथा कन्सल्टेन्ट का चयन भी किया जा चुका है. फिल्म सिटी का विकास तीन फेज में किया जाएगा. पहले फेज में 376 एकड़, दूसरे फेज में 298 एकड़ और तीसरे फेज में 326 एकड़ में विकास कार्य कराए जाएंगे. प्रस्तावित भूमि में 780 में एकड़ फिल्म सिटी व 220 एकड़ व्यावसायिक कार्यों के लिए उपयोग में लाई जाएगी. यह विश्व की सबसे बड़ी फिल्म सिटी होगी.
होंगी ये विशेषताएं
प्रदेश की इस पहली फिल्म सिटी में विश्वस्तरीय आधुनिक टेक्नोलॉजी को शामिल किया जाएगा. फिल्म सिटी का एक बड़ा हिस्सा डिजिटल टेक्नोलॉजी से भी जुड़ा होगा. यीडा के सेक्टर-21 में बनाई जाने वाली इस फिल्म सिटी को इंफोटेनमेन्ट सिटी कहा जाएगा. राज्य की इस पहली फिल्म सिटी में सीरियल व फिल्मों की शूटिंग के लिए विशेष स्टूडियों, एनिमेशन, वेब सीरीज, कार्टून फिल्म, डॉक्यूमेन्ट्री, डिजिटल मीडिया आदि के लिए सभी जरूरी सुविधाएं रहेंगी. फिल्म प्रोडक्शन स्टूडियो, स्पेशल इफेक्ट स्टूडियो, होटल, क्लब हाउस, वाटर बॉडी, गांव, वर्कशॉप, टूरिस्ट एण्ड एंटरटेनमेन्ट शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, एम्यूजमेन्ट पार्क, कन्वेंशन सेन्टर व पार्किंग आदि भी फिल्म सिटी में प्रस्तावित किए गए हैं.