यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. योगी ने उनका नाम लिए बगैर कहा कि जो व्यक्ति अपने बाप और चाचा का नहीं हुआ, वो आपको अपने साथ जोड़ने की बात करता है.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 'इतिहास में एक पात्र आता है, कैसे उसने अपने बाप को कैद करके रखा था. इसलिए कोई मुसलमान अपने पुत्र का नाम औरंगजेब नहीं रखता. कुछ ऐसा ही समाजवादी पार्टी के साथ भी जोड़ा गया है.'
Jo apne baap aur chacha ka nahi hua, wo aapko apne sath jodne ki baat karta hai. Itihas mein ek paatr aate hain, kaise unone apne baap ko kaid karke rakha tha. Isliye koi musalman apne putra ka naam Aurangzeb nahi rakhta. Kuch aisa Samajwadi Party ke sath bhi joda gaya hai: UP CM pic.twitter.com/nkU3pGt06p
— ANI UP (@ANINewsUP) September 7, 2018
मुख्यमंत्री योगी ने एक कार्यक्रम के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों और प्राथमिकताओं के बारे में बताया. योगी ने कहा, 'पिछले एक साल में 8.85 लाख ग्रामीण परिवारों को मकान दिए गए. इस साल 2.86 लाख परिवारों को मकान दिया जाएगा. एक साल के अंदर सवा करोड़ परिवारों के लिए शौचालय बनाए गए हैं और यूपी में 47 लाख परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन लगाए गए हैं.'
इससे पहले योगी ने यूपी के बाढ़ प्रभावित कुछ इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्नाव, कानपुर और फर्रुखाबाद में बाढ़ से तबाह इलाके का उन्होंने जायजा लिया और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन को निर्देश दिया.
In last 1 year, houses allotted to 8.85 lakh families in rural areas. This year, 2.86 lakh more families will be given houses. In 1 year, toilets have been built for 1.25 crore families & free electricity connection provided to 47 lakh families in UP: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/r0YqPvEkzd
— ANI UP (@ANINewsUP) September 7, 2018
अखिलेश यादव फिलहाल सुर्खियों में हैं. उनके चाचा शिवपाल यादव पहले समाजवादी पार्टी से अलग हुए और उन्होंने अपने भतीजे अखिलेश यादव और सपा को ट्विटर पर अनफॉलो कर दिया.
दो दिन पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा कद रखने वाले शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी से अलग होकर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने का ऐलान कर दिया. रविवार को उनका ट्विटर पर नया प्रोफाइल भी देखने को मिला, जिसमें उन्होंने खुद को समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा के नेता के तौर पर बताया, जबकि पुराने प्रोफाइल पर सीनियर समाजवादी लीडर लिखा हुआ था.