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अस्पतालों में बिस्तरों की कोई कमी नहीं, हमारे काम की तारीफ WHO से लेकर नीति आयोग ने की: योगी आदित्यनाथ

गौतमबुद्ध नगर दौरे पर आए CM योगी ने कहा, ''1 मार्च को 17325 बिस्तरों की उपलब्धता की तुलना में आज प्रदेश में 80 हजार ऑक्सीजन युक्त बिस्तर उपलब्ध हैं. कहीं भी बेड की कोई समस्या नहीं है.''

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गौतमबुद्ध नगर दौरे पर पहुंचे CM योगी
गौतमबुद्ध नगर दौरे पर पहुंचे CM योगी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोरोना की तैयारियों को लेकर गौतमबुद्ध पहुंचे योगी
  • बोले 'टेस्टिंग में यूपी देश में पहले नंबर पर'
  • ग्रामीण क्षेत्रों में किए जा रहे काम की WHO ने की तारीफ

उत्तर प्रदेश में कुछ भी स्थिति हो लेकिन CM योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि उनके काम की तारीफ नीति आयोग से लेकर WHO तक ने की है. CM योगी हर जिले में जाकर वहां की ग्राउंड रिपोर्ट ले रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार के दिन CM योगी ने गौतमबुद्ध नगर का दौरा किया.

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अपने भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना के संक्रमण को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों को इलाज संभव कराने के लिए NTPC सेक्टर 16ए नोएडा के सभागार में अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की.

मुख्यमंत्री द्वारा इन्दिरा गांधी कला केन्द्र सेक्टर-6 नोएडा, कोविड केयर सेंटर, सेक्टर 45 एवं ग्राम छपरौली के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया गया. जहां उन्होंने वैक्सीनेशन कार्यक्रम एवं मेडिकल किट वितरण तथा मरीजों को मिल रहे इलाज की तैयारियों का जायजा लिया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रयासों के बेहतर नतीजे मिल रहे हैं. रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है. संक्रमण की पाॅजिटिविटी दर में निरंतर गिरावट दर्ज हो रही है. अप्रैल में पाॅजिटिविटी दर 16.33 प्रतिशत थी, जो तेजी से घटकर अब 4.8 प्रतिशत हो गयी है.

हमारे कोविड प्रबंधन कार्यों की सराहना विश्व संगठन, नीति आयोग तथा बम्बई उच्च न्यायालय ने की है. राज्य सरकार कोरोना टेस्टिंग तथा उपचार की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध करा रही है. प्रदेश में निःशुल्क कोविड वैक्सीनेशन अभियान पूरी सक्रियता से संचालित है.

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CM योगी ने कहा, ''उत्तर प्रदेश देश का सर्वाधिक कोरोना टेस्ट करने वाला राज्य है. प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 2.5 लाख टेस्ट किये जा रहे हैं. राज्य ने एक दिन में रिकाॅर्ड 2.97 लाख टेस्ट किये हैं. टेस्टिंग संख्या में निरंतर वृद्वि के लिये प्रयोगशालाओं की क्षमता बढ़ायी जा रही है. सभी जनपदों में पर्याप्त संख्या में एल-1, एल-2 तथा एल-3 बेड़ उपलब्ध हैं.

ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों के बारे में बताते हुए CM योगी ने कहा, ''1 मार्च को 17325 बिस्तरों की उपलब्धता की तुलना में आज प्रदेश में 80 हजार ऑक्सीजन युक्त बिस्तर उपलब्ध हैं. कहीं भी बेड की कोई समस्या नहीं है.

CM योगी ने आगे कहा ''राज्य सरकार सभी जिलों में ऑक्सीजन की अनवरत उपलब्धता सुनिश्चित करा रही है. वर्तमान में प्रदेश में 1080 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. सभी जिलों में 72 घंटे से अधिक की रिजर्व ऑक्सीजन उपलब्ध है. ऑक्सीजन के सुचारू परिवहन के लिए क्रायोजेनिक टैंकर की व्यवस्था के लिए ग्लोबल टेंडर किया गया है. प्रदेश में ऑक्सीजन टैंकर की ऑनलाइन ट्रेकिंग व्यवस्था लागू है, जिसकी सराहना नीति आयोग ने की है.

''प्रदेश में निःशुल्क कोविड टीकाकरण अभियान संचालित हैं. इसके तहत केंद्र सरकार द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयु तथा राज्य सरकार द्वारा 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों का निःशुल्क टीकाकरण कराया जा रहा है. इस आयु वर्ग का टीकाकरण वर्तमान में 18 जनपदों में संचालित हैं, जिसे कल 17 मई से 05 अन्य जनपदों में संचालित किया जाएगा.

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इस प्रकार 23 जिलों में युवाओं का वैक्सीनेशन होने लगेगा. उत्तर प्रदेश कोविड वैक्सीनेशन करने वाला अग्रणी राज्य है. वैक्सीन की सुचारू उपलब्धता बनाये रखने के लिए, उत्तर प्रदेश ग्लोबल टेंडर करने वाला पहला राज्य है.

CM योगी ने WHO द्वारा तारीफ किए जाने पर कहा, ''गांवों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए प्रदेश सरकार विशेष स्क्रीनिंग और टेस्टिंग अभियान संचालित कर रही है. हमारे इन प्रयासों की सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन और नीति आयोग ने की है.

एक्सपर्ट्स के द्वारा किये गये आकलन के क्रम में प्रत्येक जिला चिकित्सालय और मेडिकल काॅलेज में प्रथम चरण में पेडियेट्रिक ICU अर्थात पीकू की स्थापना के निर्देश दिये गये हैं. दूसरे चरण में सभी जनपदों के 2-2 CHC पर पीकू स्थापित किये जाएंगे..''.

मुफ्त राशन दिए जाने के संबंध में CM योगी ने कहा ''कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों में गरीब और जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी श्रेणी के राशन कार्ड धारकों को 3 माह के लिए प्रति यूनिट 03 किलो गेहूं तथा 02 किलो चावल निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा.

इस प्रकार प्रति यूनिट 5 किलो निशुल्क खाद्यान्न जरूरतमंदों को मिलेगा. इससे प्रदेश की लगभग 15 करोड़ जनसंख्या लाभान्वित होगी. शहरी क्षेत्रों में दैनिक रूप से कार्य कर अपना जीविकोपार्जन करने वाले ठेला, खोमचा, रेहड़ी, खोखा आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा/ई-रिक्शा चालक, पल्लेदार सहित नाविकों, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि जैसे कामगारों को एक माह के लिए 1000 रुपये का भरण पोषण भत्ता प्रदान किये जाने का निर्णय लिया गया है. इससे लगभग 1 करोड़ गरीबों को राहत मिलेगी.

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