आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर से मुलाकात करने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी और कुछ नहीं. उन्होंने कहा कि श्री श्री के फॉर्मूले के बारे में उन्हें कोई भी जानकारी नहीं है. उनसे किसी फॉर्मूले पर कोई चर्चा नहीं हुई है. 5 दिसंबर से उच्च न्यायालय में डे-टुडे मामले की सुनवाई शुरू होनी है.
आजतक से बात करते हुए योगी ने कहा कि मुझे लगता है कि अगर बातचीत से समाधान होना होता तो अभी तक हो जाता. मुझे नहीं लगता है कि बातचीत से हल निकलेगा, लेकिन अगर होता है तो बहुत अच्छा है.
श्री श्री की ओर से राम मंदिर मुद्दे पर मध्यस्थता किए जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे में कहीं पार्टी नहीं है, मुख्यमंत्री बनने के बाद जब मैं अयोध्या गया था. तब मैंने ये बात कही थी कि अगर दोनों पक्ष किसी निष्कर्ष पर पहुंचते हैं और सुलह के साथ आते हैं तो सरकार पर इस विचार कर सकती है.
योगी बोले कि जब सरकार इस मुद्दे में पार्टी ही नहीं है तो सरकार की ओर से पहल किया जाना उचित नहीं होगा. हमें धैर्यपूर्वक कोर्ट के फैसले का इंतजार करना होगा.
टाली जाए पद्मावती की रिलीज
फिल्म पद्मावती पर हो रहे विवाद के बाद यूपी सरकार ने इसकी रिलीज को टालने की अपील की है. इस पर सीएम का कहना है कि ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करना और उसे तोड़मरोड़ कर पेश करने का कार्य नहीं होना चाहिए. जिससे समाज में उत्तेजना फैले. योगी ने कहा कि हमारे पास फोर्स की कमी है, इस वक्त प्रदेश में निकाय चुनाव हो रहे हैं. 1 तारीख को वोटों की गिनती भी है इसलिए तब तक इसकी रिलीज को टाला जाना चाहिए.
बता दें कि श्री श्री रविशंकर ने बुधवार सुबह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक CM हाउस में बातचीत हुई थी. श्री श्री रविशंकर आज अयोध्या के दौरे पर हैं, वह राम लला के दर्शन भी करेंगे.