उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को 'आजतक' के साथ बातचीत करते हुए कहा कि अगले साल के विधानसभा चुनाव के नतीजे भी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के नतीजों के जैसे ही होंगे. चार साल के काम को जनता ने स्वीकार किया है. विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि साल 2019 में एक मुहिम चलाई गई थी कि ईवीएम की वजह से हार हुई, लेकिन इसमें तो बैलेट पेपर ही था. उसके बाद भी विपक्ष की हार हुई.
जब यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से पूछा गया कि क्या वे अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे या बीजेपी जीतती है तो वे ही मुख्यमंत्री बनेंगे तो उन्होंने जवाब दिया कि भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार यूपी में बनेगी. इस बात की मैं आपको गारंटी दे सकता हूं.
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के नतीजों पर सीएम योगी ने कहा सपा को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, ''समाजवादी पार्टी इटावा, बलिया आदि में जीत गई, तो क्या ये जिले यूपी से बाहर हैं? यह निष्पक्षता का एक मानक है. अगर विपक्ष जीत गया तो समर्थन है और अगर हम जीत गए तो यह प्रशासन का दुरुपयोग है. यह तो कड़वा-कड़वा थू और मीठा-मीठा गप है. यह नहीं चलेगा. मुझे लगता है कि समाजवादी पार्टी भ्रमित है और इसीलिए वे भ्रम पैदा कर रहे हैं.''
पंचायत चुनाव पर बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उसमें भी बीजेपी ही जीती थी. ग्राम प्रधान ज्यादा बीजेपी के कार्यकर्ता ही जीते हैं, क्षेत्र पंचायत के मेंबर भी बीजेपी के कार्यकर्ता ही जीते हैं. बीजेपी और बीजेपी समर्थक कार्यकर्ताओं की संख्या 3050 में से 1500 से ज्यादा थी.
यूपी सीएम ने कहा, ''किसान आंदोलन के केंद्र में शामली, सहारनपुर, बिजनौर, बुलंदशहर, संभल, बागपत आदि थे, लेकिन सिर्फ बागपत को छोड़कर बाकी सीटें बीजेपी ही जीती है.'' उन्होंने आगे कहा कि नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी जी का है और बीजेपी यूपी में भी पीएम मोदी के मार्गदर्शन, राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में ही काम कर रहे हैं और आगे भी बीजेपी उसी मार्ग पर चलेगी.
बंगाल चुनाव के नतीजों पर ये बोले सीएम योगी
पश्चिम बंगाल में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सीएम योगी ने कहा कि वहां बीजेपी ने मजबूती से चुनाव लड़ा और बड़े तबके का विश्वास हासिल किया. पार्टी तीन से बढ़कर 77 सीटों तक पहुंची है, यह बीजेपी की हार नहीं, बल्कि उनकी हार है, जिनका पूरी तरह से सफाया हो गया है. यह अलग विषय है कि दूसरी लहर की वजह से कैंपेन पर असर पड़ा, लेकिन बीजेपी की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. यूपी में हर दल को अपनी रणनीति बनाने का पूरा अधिकार है और वह उसके मुताबिक काम भी करेगा. जनता हर चीजों को देखती है और वह गुंडागर्दी, दंगों, भ्रष्टाचार आदि को भूली नहीं है.
यूपी में हुईं बैठकों पर बोले सीएम- लगातार होती है बैठक
वहीं, पिछले दिनों यूपी में लगातार चलीं बैठकों को लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''संघ, संगठन के साथ बैठकें हर दूसरे-तीसरे महीने होती हैं. कोरोनाकाल में कुछ गैप जरूर आया है. मुझे नहीं लगता है कि मीडिया ने क्यों इसको इतना तूल देने की कोशिश की. हर सप्ताह हमारा कोर ग्रुप की बैठक होती है.
केशव प्रसाद मौर्य मेरे वरिष्ठ सहयोगी: सीएम योगी
पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के घर गए थे. इस पर उन्होंने कहा, ''वे मेरे वरिष्ठ सहयोगी हैं. उनके पिता जी के दिवंगत होने पर मैं दो-दो बार उनके घर गया था. उनके बेटे की शादी कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई थी. कोई फंक्शन नहीं हो सका था. उसी वजह से हम लोग उनके घर गए थे. यह मैं कोई पहली बार नहीं, बल्कि तीसरी या चौथी बार उनके घर गया था.''
'बड़े नेता हैं ओवैसी, चैलेंज को करते हैं स्वीकार'
वहीं, ओवैसी के हाल में दिए गए बयान पर योगी आदित्यनाथ ने उन्हें बड़े नेता करार दिया. उन्होंने कहा, ''ओवैसी को एक समुदाय विशेष समर्थन प्राप्त है. लेकिन वे यूपी में बीजेपी को चैलेंज नहीं कर सकते हैं. बीजेपी अपने मुद्दों, मूल्यों-आदर्शों पर चुनावी मैदान में जाएगी. हम उनके चैलेंज को स्वीकार करते हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी को 2022 में नहीं आने देंगे. बीजेपी 2022 में यूपी में आकर ही रहेगी और पार्टी की ही सरकार बनेगी.''
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत
बता दें कि आज यूपी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. इन चुनावों में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है. पार्टी को 75 सीटों में से 67 पर जीत मिली है. सपा के खाते में सिर्फ पांच सीटें ही आ सकी हैं. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस जीत को ऐतिहासिक करार दिया है. उन्होंने ट्वीट किया, ''उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक विजय आदरणीय प्रधानमंत्री जी की लोक कल्याणकारी नीतियों का प्रतिफल है. यह उत्तर प्रदेश में स्थापित सुशासन के प्रति जन विश्वास का प्रकटीकरण है. सभी प्रदेशवासियों का धन्यवाद एवं विजय की हार्दिक बधाई! ''
यूपी में कब होंगे विधानसभा चुनाव?
यूपी में अगले साल कई अन्य राज्यों के साथ विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. माना जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत में इन चुनावों को निर्वाचन आयोग करवा सकता है. चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी, सपा, बसपा, कांग्रेस समेत सभी दलों ने तैयारियों की शुरुआत कर दी है. बीजेपी में पिछले दिनों यूपी को लेकर चुनावी मंथन भी किया गया था.