उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पहले टेस्ट के लिए तैयार हैं. यह चुनावी टेस्ट उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव का है जहां जनता उनके सात महीने के कामकाज को अपनी कसौटी पर कसेगी.
अयोध्या से निकाय चुनाव के लिए प्रचार शुरू करने पर CM योगी का कहना है कि राम के बगैर भारत में कोई काम नहीं हो सकता है, राम हमारी आस्था के प्रतीक हैं भारत की पूरी आस्था के केंद्र बिंदु हैं.
राम मंदिर विवाद को लेकर श्री श्री रविशंकर की ओर से की जा रही पहल पर सीएम योगी बोले कि बातचीत को लेकर किया गया कोई भी प्रयास स्वागत योग्य है. बातचीत तभी संभव होती है जब दोनों पक्ष तैयार हो. बुधवार को सीएम योगी और श्रीश्री रविशंकर की मुलाकात भी होगी.
Ram ke bagair bhaarat mein koi kaam nahi ho sakta, Ram hamari aastha ke prateek hain, Bharat ki puri aastha ke kendra bindu hain: UP CM Yogi Adityanath on starting local body election campaign from Ayodhya pic.twitter.com/ALS045lWBA
— ANI UP (@ANINewsUP) November 14, 2017
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को निकाय चुनाव के लिए अयोध्या से चुनाव प्रचार की शुरुआत की. उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे भी मौजूद रहे. यहां योगी ने कहा कि प्रदेश की 33 फीसदी जनता नगर निगमों पर निर्भर है, बाकी भी किसी तरह इन्हीं पर निर्भर है. हमने राज्य में 1 लाख से ऊपर मकान दिए हैं.
सीएम योगी ने कहा कि पच्चीस लाख लोगों को बिजली प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सपा-बसपा के समय में स्ट्रीट लाइट में जलती थी लेकिन रात में नहीं. अब दिन में नहीं रात को रोशनी होगी. उन्होंने कहा कि जब भी मैं अयोध्या आता हूं तो सपा-बसपा को चिढ़ मचती है. शनिवार को योगी आदित्यनाथ ने निकाय चुनाव का घोषणा पत्र जारी करते हुए इस बात को साफ कर दिया था उत्तर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव उनके लिए टेस्ट की तरह है और जनता की नजरों में अबतक के कामकाज की परीक्षा है.
जब योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के लिए बड़े प्रोजेक्ट्स का एलान किया था और एक भव्य दिवाली मनाई थी तभी यह लगने लगा था कि अयोध्या को लेकर योगी आदित्यनाथ की सोच जितनी आध्यात्मिक है उतनी ही सियासी भी तभी तो एक तरफ राम मंदिर को लेकर अदालत के बाहर मामला सुलझाने की कोशिशें दिख रही है तो दूसरी ओर पर्यटन की संभावनाओं को लेकर बड़े ऐलान हो रहे हैं.
प्रचार के दौरान एक्शन में योगी
आपको बता दें कि अगले 12 दिन के अंदर तकरीबन 33 सभाएं मुख्यमंत्री के लिए रखी गई हैं ताकि पूरा चुनाव उनके इर्द-गिर्द लड़ा जा सके.
जानिए क्या है योगी का पूरा कार्यक्रम :
इस निकाय चुनाव में 33 सभाएं करेंगे सीएम योगी
14 नवम्बर को रामनगरी अयोध्या से होगी सीएम के चुनाव प्रचार की शुरुआत
27 नवम्बर को भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर से होगा सीएम योगी द्वारा प्रचार का समापन
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सीएम 1 दर्जन से अधिक सभाओं को करेंगे सम्बोधित,
प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी एक मात्र ऐसा नगर निगम जहाँ सीएम योगी करेंगे 1 दिन में 2 सभाएं
14 नवम्बर :-- अयोध्या,गोंडा,बहराइच
15 नवम्बर :-- कानपुर
16 नवम्बर :- अलीगढ,मथुरा,आगरा
17 नवम्बर :-- इलाहाबाद
18 नवम्बर : मुजफ्फरनगर,मेरठ,गाजियाबाद
19 नवम्बर :- गाजीपुर,देवरिया
20 नवम्बर :- बलरामपुर,बस्ती,गोरखपुर
21 नवम्बर :- जौनपुर,बलिया,मऊ
22 नवम्बर :- वाराणसी
23 नवम्बर :- शाहजहांपुर,फर्रुखाबाद,कन्नौज
24 नवम्बर :- झाँसी,फतेहपुर,लखनऊ
25 नवम्बर :- बाराबंकी,लखीमपुर,बरेली
26 नवम्बर :- मुरादाबाद,सहारनपुर
27 नवम्बर :- कुशीनगर.
पहली बार मेयर चुनेगा अयोध्या
अब तक फैजाबाद नगर परिषद हुआ करता था लेकिन योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ नाम बदलकर अयोध्या किया बल्कि बल्कि नगर परिषद के बजाय अयोध्या को नगर निगम बना दिया गया है ताकि यहां मेयर चुना जा सके. यानि पहली बार अयोध्या अपना मेयर चुनेगा.
योगी आदित्यनाथ ने पहली बार नगर निगम के लिए भी अपना घोषणापत्र जारी किया यह पहली बार ही है जब कोई राजनीतिक दल निकाय चुनाव मे अपना घोषणापत्र लेकर सामने आया है बीजेपी के घोषणापत्र में सबसे ज्यादा तवज्जो स्वक्षता, महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट, सार्वजनिक जगहों पर वाई फाई आवारा पशुओं के लिए कांजी हाउस सरीखे मुद्दों को दी है अब देखना है जनता योगी को उनकी पहली परीक्षा में पास करती है या फेल.