एक के बाद एक योगी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद योजनाओं की झड़ी लगा दी है. योगी खुद ये कह चुके हैं कि लोगों को लग रहा है कि हम तेजी से काम कर रहे हैं पर दरअसल सरकार को इसी तेजी से काम करना चाहिए. शुक्रवार को योगी सरकार ने अपने चुनाव में किये गए एक और वादे को पूरा करने की नींव डाल दी. अब उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार के बीच 24*7 पावर फॉर आल सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होंगे.
पावर फॉर आल की अहम बातें
- पीएम मोदी का लक्ष्य 2019 तक सभी घरों को विश्वसनीय एव गुणवत्ता परक विद्युत आपूर्ति की जाएगी.
- 24*7 पावर फॉर आल केंद्र सरकार और यूपी सरकार के साझा प्रयास के तहत 25 सितंबर 2018 तक यूपी के हर घर में पहुंचे बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है.
- राज्य सरकार के महत्वकांक्षी संकल्प को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लगभग 1.12 करोड़ और शहरी क्षेत्र के 0.15 करोड़ अविद्युतीकृत घरों को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है.
- केंद्रीय सरकार की उजाला योजना आज से पूरे सूबे में लागू की गई है.
- दूसरी तरफ एनर्जी एफिशिएंट बुलवा देने की भी योजना है. वितरण निगमों के माध्यम से भारत सरकार के उपक्रम ईईएसएल द्वारा एनर्जी एफिसियंट बल्ब 60 रुपये और ट्यूब लाइट 250 और पंखे 1150 सस्ती दरों पर विक्रय करने की योजना है.
- शहरों की तरह ग्रामीण उपभोक्ताओं को भी डिजिटल ई-पेमेंट की सुविधा वेबसाइटें www.uppclonline.com पर ऑनलाइन माध्यम से शीघ्र ही प्रदान की जाएगी.
- डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए ई-गवर्नेंस को लागू कराया जाएगा.
- टोल फ्री नंबर 1912 पर शिकायत उपभोक्ता कर सकेंगे.
योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा, "अंबेडकर ने कहा कि दलितों को अपना अधिकार प्राप्त करना है तो उनको शिक्षित होना पड़ेगा. उनको उसके लिए प्रतिस्पर्धा में शामिल होना पड़ेगा. उत्तर प्रदेश से लोग बाहर जाते हैं तो ये हमारी छवि है कि हम विकास नहीं चाहते हैं और हम आगे नहीं जाना चाहते हैं."
बिजली का उदाहरण देते हुए कहा, "मुझसे कोई पूछता था तो मैं बोल देता था कि जहां रात में अंधेरा होता है वहां से प्रदेश की सीमा शुरू होती है."
पुराना किस्सा याद करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, "पीयूष जी आपने गोरखपुर में अधिकारियों को डांटा था कि दिन में स्ट्रीट लाइट क्यों जल रही है तो हमने शालीनता से कहा था कि रात में लाइट नहीं होती इसलिए दिन में जल रही है."
ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल की तारीफ करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, "मुझे पीयूष जी हर विषय में सलाह देते हैं. मुझे कुछ भी पूछना होता है तो मैं इनको फोन करता हूं और ये बेहद सटीक जानकारी देते हैं. पॉवर फॉर आल के हस्ताक्षर उदय से अंत्योदय की यात्रा है."
पिछली सरकार पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा, "पहले 4 जिलों को बिजली मिलती थी और ये निर्भर था सीएम पर क्योंकि अगर कोई नेता खुद को विशिष्ट समझेंगे तो ये लोकतंत्र का अपमान है. अगर लोकतंत्र में कोई विशिष्ट है तो ये प्रदेश की जनता जनार्दन है. देश के गरीबों की उच्च नैतिकता है. हम मीटर और बिजली का कनेक्शन देंगे."
पीयूष गोयल ऊर्जा मंत्री ने मौके पर सबको संबोधित करते हुए कहा, "मुझे अफसोस के साथ ये कहना पड़ रहा है कि पिछली राज्य सरकार इस पर अड़ गई थी कि जब तक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की फोटो नहीं लगाओगे तब तक हम ये उजाला योजना पहुंचाने नहीं देंगे."
उजाला योजना को बताते हुए उन्होंने कहा, "आज से उजाला योजना लागू हुई पूरे प्रदेश में 3 बजे तक 3.5 लाख बल्ब बिके. 60 रुपए में बल्ब बेचे जाएंगे यहां लगभग 3 करोड़ ग्रामीण और 1.5 करोड़ शहर में घर है तो अंदाजा लगाएं तो 17 करोड़ बल्ब बिक जाएंगे. 2 साल से केंद्र सरकार पीछे लगी थी पर उजाला योजना को प्रदेश सरकार ने सही से लागू नहीं होने दिया."