लखनऊ में बीजेपी दफ्तर से लेकर दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय तक बीजेपी की जीत में झंडे के साथ बुलडोजर भी लेकर समर्थक दिखाई दिए. पांच साल पहले जब बीजेपी जीती थी, तब जीत के दिन योगी आदित्यनाथ के नाम की बहुत चर्चा नहीं थी लेकिन पांच साल बाद जब बीजेपी फिर से पौने तीन सौ सीट जीतती है, फिर चालीस फीसदी से ज्यादा वोट हासिल कर लेती है. तब बीजेपी की ऐतिहासिक विजय के बाद बाबा और बुलडोजर की जमकर चर्चा है. यूपी के चुनाव में लैला मजनूं, जिन्ना-गन्ना, लाल टोपी-लाल सायरन, अब्बाजान, भाईजान, चाचा जान समेत ना जाने कितने जुमले इस्तेमाल हुए लेकिन चुनावी नतीजों की महफिल तो बुलडोजर ने लूट ली. इस बुलडोजर का राजनीतिक मतलब क्या है? जानें