2016 में हजारों नौजवानों ने यूपी में सब इंस्पेक्टर भर्ती के लिए आवेदन किया था. जुलाई 2017 में लिखित परीक्षा हुई लेकिन पर्चा लीक हुआ और परीक्षा रद्द हो गई. 5 महीने बाद दिसंबर 2017 में दोबारा लिखित परीक्षा कराई गई और इसका रिजल्ट 28 फरवरी 2019 में आया. परिणाम पर सवाल उठाते कुछ नौजवान हाईकोर्ट पहुंचे. हाईकोर्ट ने नए सिरे से रिजल्ट तैयार करने को कहा और सरकार हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची. इस बीच जून 2019 से जून 2020 तक चयनित 2486 युवाओं की सब इंस्पेक्टर के लिए पुलिस ट्रेनिंग हुई. इसके बाद जून 2020 में ही सुप्रीम कोर्ट ने चयनित दारोगा की पासिंग आउट परेड पर रोक लगाई गई. फरवरी 2021 से सुप्रीम कोर्ट में युवाओं को नियुक्ति देने का मसला ऑर्डर के तौर पर सुरक्षित रखा हुआ है. देखिए.
In Uttar Pradesh, almost 2500 sub-inspectors sulking at home as recruitment is bearing the brunts of legal procedure. Exam for the same was held in the year 2016. 2486 youths selected for sub-inspector from 2019 to June 2020, have got the police training but still waiting for joining. Watch.