जेम्स प्रिंसेप नाम के एक अंग्रेज अधिकारी 1830 से 1832 के बीच बनारस में रहे थे. प्रिंसेप बड़े आर्किटेक्ट भी थे, इंजीनियर भी थे, मेटालर्जिस्ट भी थे. उन्होंने बड़े शोध किये थे और उनके इन्हीं शोधों में बनारस शहर का आर्किटेक्चर भी शामिल था. जेम्स प्रिंसेप ने 1832 में बनारस इलस्ट्रेटेड में उस ज्ञानवापी परिसर का ग्राउंड आर्किटेक्चरल डिज़ाइन बनाया था. जेम्स प्रिसेप का ये मैप सीरीज ऑफ ड्राइंग्स नामक पुस्तक में शामिल है और इसमें एक चैप्टर है ओल्ड टेम्पल ऑफ विश्वेश्वर. इसके दूसरे पैराग्राफ में साफ साफ लिखा है कि असली ढांचे को पूरी तरह मिटाये बगैर उसे मस्जिद में तब्दील कर दिया गया था. देखें पूरी रिपोर्ट.