कानपुर हिंसा में जो सबूत सामने आए हैं उनसे साफ है कि साजिश गहरी थी. कई व्हाट्सएप ग्रुप पल-पल इस साजिश को अंजाम देने में जुटे थे. इनमें से एक का खुलासा मुख्य आरोपी हयात के मोबाइल फोन से मिले सबूत से हुआ है. वहीं, ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिसमें ठेले पर पत्थर भरकर हमला करते देखा जा सकता है. ये भी खुलासा हुआ कि कानपुर के एक लोकल पेट्रोल पंप से बोतलों में पेट्रोल भरकर बम बनाए गए और उनसे हमले किए गए. व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए कानपुर में दुकानों को बंद कराया गया और फिर जब हिंसा भड़की तो सोची-समझी साजिश के तहत पुलिस और दूसरे समुदाय को निशाना बनाया गया. देखें पूरी खबर.
It is clear from the evidence that the Kanpur violence conspiracy was deep. Many WhatsApp groups were busy executing this conspiracy. Shops were asked to close in Kanpur through WhatsApp groups. Police and other communities were targeted under a well-planned conspiracy. Watch the full news.