उत्तराखंड में गुरुवार को भारी बारिश की वजह से अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है जिसमें एक ही परिवार के तीन लोग भी शामिल हैं. लगातार हो रही बारिश की वजह से इस पहाड़ी राज्य के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि रात भर हुई भारी बारिश के कारण कई नदियों में बाढ़ आ गई और कई नदियां उफान पर आ गईं, अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है और छह घायल हैं. मृतकों में हरिद्वार में छह, टिहरी में तीन, देहरादून में दो और चमोली में एक की मौत हुई है.
उफनती नहर में बहे दो लोग
आपदा नियंत्रण कक्ष ने बताया कि सात साल का एक बच्चा, जो नैनीताल जिले के हलद्वानी में एक उफनती धारा में बह गया था वो अभी भी लापता है. उत्तराखंड में लगातार बिगड़ते मौसम को लेकर देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि दो लोग - सुंदर सिंह और अर्जुन सिंह राणा रायपुर क्षेत्र में आयुध फैक्ट्री के पास एक उफनती नहर के पानी में बह गए. उन दोनों का शव बरामद कर लिया गया है.
वहीं भारी बारिश की वजह से देहरादून में कई घरों में पानी घुस गया और शहर में कई स्थानों पर सड़कों पर भारी जलजमाव हो गया. मौसम विभाग ने कहा कि पिछले 24 घंटों में सिर्फ देहरादून में 172 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
देहरादून में सबसे ज्यादा बारिश
हरिद्वार के रोशनाबाद में सबसे अधिक 210 मिमी, रायवाला में 163 मिमी बारिश हुई है जबकि हलद्वानी में 140 मिमी, रूड़की में 112 मिमी, नरेंद्र नगर में 107 मिमी, धनोल्टी में 98 मिमी, चकराता में 92 मिमी और नैनीताल में 89 मिमी बारिश दर्ज की गई. वहीं चमोली के देवचौली में मकान ढहने के बाद बुधवार शाम से लापता महिला का शव मिल गया है.
पुलिस ने बताया कि हरिद्वार जिले के बहादराबाद क्षेत्र के भरपुर गांव में बुधवार रात भारी बारिश के कारण एक घर ढह जाने से चार लोगों की मौत हो गई और छह घायल हो गए. हरिद्वार से सामने आई एक अन्य घटना में, रूड़की बस स्टैंड पर बारिश के बीच दो लोग बिजली की चपेट में आ गए.
भूस्खलन में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
टिहरी में घनसाली क्षेत्र के जखन्याली गांव में बादल फटने के बाद हुए भूस्खलन में एक ही परिवार के तीन सदस्यों - भानु प्रसाद (50), उनकी पत्नी नीलम देवी (45) और बेटे विपिन (28) की मौत हो गई. सड़क किनारे स्थित उनका ढाबा भी क्षतिग्रस्त हो गया. टिहरी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ब्रिजेश भट्ट ने कहा कि विपिन को बचा लिया गया था लेकिन इलाज के लिए एम्स ले जाते समय उसकी मौत हो गई.
सीएम धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का किया दौरा
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित जखन्याली गांव का दौरा कर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी. सीएम धामी ने कहा कि सरकार बाढ़ बारिश से प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध करायी जाएगी.
उन्होंने टिहरी के जिलाधिकारी को सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क, बिजली और पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. वहीं दूसरी तरह केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे 1,500 से अधिक तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है क्योंकि बारिश की वजह से लगातार सड़कों पर ऊपर पहाड़ से पत्थर गिर रहे हैं.