उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में बाबा भारमल मंदिर में एक पुजारी और 'सेवादार' की हत्या के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि हत्याओं के आरोप में एक पूर्व सेवादार, एक 'अघोरी' बाबा और एक हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने कहा कि मंदिर के पुजारी बाबा हरिगिरि महाराज और 'सेवादार' रूपा की 4 जनवरी और 5 जनवरी की रात को लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. उन्होंने कहा कि घटनास्थल से कुछ नकदी और अन्य सामान भी आरोपी ले गए थे.
पुलिस ने कहा कि कालीचरण मंदिर का पूर्व 'सेवादार' था, रामपाल एक 'अघोरी' बाबा था और पवन उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले का हिस्ट्रीशीटर है. पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में पता चला कि कालीचरण और रामपाल मंदिर में आयोजित भंडारे (सामुदायिक रसोई) में आए थे. भंडारे में खाना खाने के बाद दोनों मंदिर परिसर में ही रुके थे.
पुलिस ने बताया कि रात में वे दोनों शराब पी रहे थे, जिसके कारण बाबा हरिगिरि ने उन्हें डांटा जिसके बाद दोनों वहां से चले गए. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्होंने पुजारी की हत्या की साजिश रची और पवन को भी इसमें शामिल कर लिया.
पुलिस ने बताया कि घटना वाले दिन सबसे पहले पुजारी पर हमला किया गया. उन्होंने बताया कि रूपा, जो उसे बचाने के लिए दौड़ी, हमले में मारी गई और एक अन्य 'सेवादार' नन्हे घायल हो गया.
पुलिस ने पुजारी से चुराए गए 4,700 रुपये नकद, एक मोबाइल और एक इंटरनेट डोंगल भी बरामद किया है. एसएसपी ने कहा कि मामले की जांच एक चुनौती थी क्योंकि घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं थे और घटना में घायल दूसरा 'सेवादार' कोई ठोस जानकारी नहीं दे सका था. पुलिस ने 1,200 से अधिक लोगों से पूछताछ की और जांच के दौरान 1,000 से अधिक कैमरे खंगाले. आरोपियों के पकड़े जाने के बाद अधिकारी ने पुलिस टीम के लिए 2,500 रुपये के इनाम की घोषणा की है.