देहरादून में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के ऑफिस कम्पाउंड में तीन महिला एक्टिविस्ट, सरकारी नौकरी में एक्टिस्ट को 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर पेड़ पर चढ़कर बैठ गईं हैं. इन महिलाओं के इस 'चिपको आंदोलन' से प्रशासन की नाक में दम हो गया.
पेड़ पर चढ़ी इन महिला एक्टिविस्ट की मांग है कि सरकार ऐसे ऑर्डर पारित करे, जिसमें महिला एक्टिविस्ट को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का आरक्षण मिले. इसके साथ ही 60 साल की उम्र से पेंशन भी मिले. इन महिलाओं ने दो दिन तक पेड़ पर चढ़कर शहर में बड़ा ड्रामा किया. पुलिस को भी इन्हें उतारने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी.
बुधवार को भूमा रावत, सावित्री नेगी और भुवनेश्वरी नेगी सुबह 11 बजे पेड़ पर चढ़कर बैठ गईं. जब पुलिस इन्हें नीचे उतरने के लिए मना रही थी तो नीचे से इस अनोखे विरोध को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लग गया. डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट रविनाथ रमन, एसएसपी पुष्पक ज्योति के साथ अन्य अधिकारियों ने इन महिलाओं को मनाने के लिए पूरी जान लगा दी. लेकिन इन महिलाओं ने सभी मांगों के लिए लिखित आश्वासन मांगा और एक निर्धारित समय में इन्हें पूरा करने की मांग भी की.
कार्यवाहक होम सेक्रेट्री विनोद कुमार ने इन महिलाओं से कहा कि सरकार एक एक्ट लाने की योजना बना रही है, लेकिन इसमें थोड़ा वक्त लगेगा. देहरादून के ठंडे मौसम को देखते हुए विरोध के दौरान पुलिस ने उन्हें कंबल भी दिए. पुलिस ने उन्हें खुद को रस्सी से बांधने के लिए भी कहा, जिससे वो सुरक्षित रहे और महिलाओं ने उनकी बात मान भी ली.