पहले अरुणाचल और फिर उत्तराखंड में सत्ता गंवाने के बाद अब कांग्रेस आलाकमान को मणिपुर में सत्ता जाने का डर सता रहा है. यही वजह है कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह को फोन कर सलाह-मशविरा किया है.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक कांग्रेस को मणिपुर में बीजेपी द्वारा सत्ता हथियाने की भनक लग चुकी है. राज्य में मुख्यमंत्री ओकराम ने कुछ मंत्रियों को पद से हटा दिया था. इस फैसले को कुछ बागी विधायकों ने चुनौती दे दी है. यह विवाद उत्तराखंड और अरुणाचल जैसा हश्र न कर दे, इस डर से कांग्रेस आलाकमान शांति बनाए रखने की कोशिश में है.
अरुणाचल प्रदेश और फिर उत्तराखंड में सत्ता गंवाने के बाद कांग्रेस इसलिए भी सतर्क है क्योंकि दोनों राज्यों में बागी विधायकों को दल-बदल विरोधी कानून के तहत फंसाया नहीं जा सकता. अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी ने विधानसभा स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर बागियों की रक्षा की.
कांग्रेस का मानना 'लोकतंत्र की हत्या' हुई
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और रणदीप सुरजेवाला ने उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद इसे 'लोकतंत्र की हत्या बताया'. उनके मुताबिक यह संवैधानिक नियमों का उल्लंघन है. उत्तराखंड में सत्ता गंवाने के बाद कांग्रेस ने इसे पीएम मोदी के 'कांग्रेस मुक्त भारत' एजेंडे का हिस्सा बताया. हालांकि पार्टी ने इसके खिलाफ कानूनी और राजनीतिक तौर पर लड़ने की घोषणा भी की.
हिमाचल और कर्नाटक में भी सत्ता खोने का डर
कांग्रेस आलाकमान को हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भी सत्ता गंवाने का खतरा नजर आ रहा है. हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह पर कानूनी और राजनीतिक तौर पर दबाव बनाकर उन्हें सत्ता से बेदखल किया जा सकता है तो दूसरी तरफ कर्नाटक में उपचुनावों में मिली हार के बाद सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ विरोध की आवाजें उठने लगी हैं.
7 राज्यों में कांग्रेस की सरकार
दो साल पहले यानी साल 2014 में केंद्र में एनडीए सरकार बनने के वक्त देश के 11 राज्यों में कांग्रेस की सत्ता थी. इनमें से हरियाणा और महाराष्ट्र में हुए चुनावों में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में पार्टी के अंदर बढ़ते असंतोष की वजह से कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी. अब कांग्रेस 7 राज्यों में काबिज है. इनमें केरल, कर्नाटक, असम, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम और मेघालय शामिल हैं. वहीं बीजेपी देश के 9 राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र (शिवसेना के साथ), गोवा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, अरुणाचल, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और झारखंड में सत्ता संभाले हुए है.