सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आज फ्लोर टेस्ट के लिए उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं. 10 मई को शक्ति परीक्षण के मद्देनजर राजधानी देहरादून में धारा-144 लागू करने से पहले ही विधान सभा के आसपास के इलाके को रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के हवाले कर दिया गया है.
सुरक्षा को लेकर कोई चूक न हो इसके लिए पुख्ता इंतजाम करने के साथ ही ये निश्चित कर दिया गया है कि मंगलवार को विधानसभा परिसर में विधायकों और कर्मचारियों के अलावा कोई प्रवेश नहीं करे. यही नहीं, सभी को विधानसभा परिसर पैदल ही जाना होगा. साथ ही किसी को मोबाइल अंदर ले जाने की इजाजत भी नहीं दी जाएगी.
दो घंटों के लिए आयोजित होगा सत्र
मंगलवार को विधानसभा का विशेष सत्र कई मायनों में यादगार होने वाला है. सूबे के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब विधानसभा अध्यक्ष से लेकर तमाम विधायक और विधानसभा कर्मचारी पैदल विधानसभा पहुंचेंगे. सिर्फ 2 घंटे के लिए आयोजित इस सत्र में इस बात का निर्णय होना है कि विधानसभा में हरीश रावत के पास बहुमत है या नहीं.
रविवार शाम से धारा-144 लागू
उत्तरखंड के विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल कहते हैं, 'रविवार शाम से ही शहर में धारा-144 लागू कर दी जाएगी. कानून व्यवस्था को लेकर कोई अप्रिय स्थिति पैदा न हो इसके लिए शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है. विधानसभा के आस-पास का इलाका मंगलवार को सत्र के दौरान न केवल आम जन तक के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा, बल्कि विधानसभा के आस-पास जीरो जोन घोषित कर वहां सिर्फ उन्हीं लोगो को जाने की इजाजत दी जाएगी जिसे प्रशासन अनुमति देगा.'
रास्तों पर की गई बैरिकेडिंग
इसके साथ ही विधानसभा की ओर आने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है. सदन में जब तक कार्यवाही चलेगी रूट की ट्रैफिक को डाइवर्ट कर दिया जाएगा और विशेष खयाल रखा जाएगा कि उस रास्ते पर कोई वाहन या व्यक्ति नहीं जाए.