उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से लव जिहाद का मामला सामने आया है. यहां विशेष समुदाय का एक युवक तीन बच्चों की मां को बहला-फुसलाकर भगा ले गया. मामला द्वाराहाट के एक गांव का है. जैसे ही इस बात की भनक हिंदू संगठन के लोगों को लगी तो उन्होंने बाजार में महिला के परिवार वालों के साथ मिलकर जमकर हंगामा किया.
पीड़ित पति ने पुलिस को बताया कि उसकी 40 वर्षीय पत्नी ने कुछ दिन पहले उसे बताया कि वह एक वायरस से पीड़ित है. इसलिए उसे रानीखेत में एक डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाना पड़ेगा. पति भी इलाज के नाम पर 20 दिन के लिए उसे डॉक्टर के पास जाने के लिए राजी हो गया. लेकिन उसे नहीं पता था कि उसकी बीवी के दिमाग में क्या चल रहा है.
दरअसल, कुछ दिन पहले से उसकी पत्नी ने फोन उठाना बंद कर दिया. जिसके बाद उसके पति ने थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. महिला की तलाश जब रानीखेत में की गई तो पता चला कि वह 30 जून को विशेष समुदाय के एक युवक के साथ भाग गई है, जिसका नाम मो. चांद है. उसकी रानीखेत में ही नाई की दुकान है.
पति ने आरोप लगाया कि नाई मो. चांद ने उसे प्यार के झांसे में फंसाया. फिर दोनों ने भाग जाने की प्लानिंग की. इसके बाद इलाज का बहाना मारकर उसकी पत्नी दूसरे गांव गई और वहीं से मो. चांद के सैलून जा पहुंची. फिर वहीं से उसके साथ भाग गई. पति ने कहा कि उसने पत्नी से कॉन्टेक्ट करने की भी कोशिश की. लेकिन उसने फोन नहीं उठाया. न ही मो. चांद ने उनकी कॉल उठाई.
पुलिस ने ढूंढ निकाला महिला और उसके प्रेमी को
जैसे ही इस बात की भनक हिंदू संगठन के लोगों को लगी तो उन्होंने पीड़ित परिवार के साथ मिलकर गांव के बाजार में जमकर हंगामा किया. वहीं, पुलिस ने मामला दर्ज करके विवाहिता और विशेष समुदाय के युवक मो. चांद की तलाश शुरू कर दी. रविवार के दिन पुलिस टीम को कामयाबी मिली और उन्होंने विवाहिता और उसके प्रेमी को ढूंढ निकाला. फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है.
(अल्मोड़ा से संजय सिंह की रिपोर्ट)