दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां हरिद्वार में उनके परिजनों ने गंगा नदी में विसर्जित कीं. दिवंगत नेता की अस्थियों का कलश लेकर उनकी पुत्री नमिता, दामाद रंजन भट्टाचार्य और नातिन निहारिका हर की पैड़ी पर स्थित ब्रहमकुंड पहुंचे जहां उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उनकी अस्थियों को गंगा नदी में प्रवाहित किया.
इस दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट तथा हरिद्वार से भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे.
इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा निकाली गई. दो किलोमीटर की यह यात्रा हरिद्वार के भल्ला ग्राउंड से शुरू होकर हर की पौड़ी पर खत्म हुआ. इस दौरान एक विशाल जनसैलाब यात्रा में शामिल हुआ.
बता दें कि वाजपेयी की अस्थियां देश भर की कई नदियों में विसर्जित की जाएंगी और इसकी शुरुआत हरिद्वार में गंगा नदी में उनकी अस्थियों के विसर्जन के साथ की गई. इस अस्थि कलश यात्रा में शामिल होने के लिए 200 बसों में 15000 बीजेपी कार्यकर्ता देहरादून से हरिद्वार पहुंचे थे.
#Uttarakhand: BJP President Amit Shah arrives at Dehradun's Jolly Grant Airport with the ashes of former PM #AtalBihariVajpayee. The ashes will be taken to Prem Ashram, then to Har-ki-Pauri in Haridwar for immersion. HM Rajnath Singh will also be present during immersion of ashes pic.twitter.com/fsIn1d4BrZ
— ANI (@ANI) August 19, 2018
Former PM #AtalBihariVajpayee's 'Asthi Kalash Yatra' to be held across the state on August 21. pic.twitter.com/r9ByGK1RVY
— ANI UP (@ANINewsUP) August 19, 2018
वाजपेयी की बेटी नमिता और पोती निहारिका आज सुबह स्मृति स्थल पहुंची और वहां से पूर्व प्रधानमंत्री के अस्थियों को एकत्रित किया. भाजपा नेता भूपेन्द्र यादव ने बताया था कि पवित्र शहर में होने वाले विसर्जन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित अन्य नेता शामिल होंगे.
Three urns carrying ashes of former prime minister #AtalBihariVajpayee collected from Delhi's Smriti Sthal; the ashes will be taken to Prem Ashram, then to Har-ki-Pauri in Uttarakhand's Haridwar for immersion. Home Minister Rajnath Singh will be present during immersion of ashes pic.twitter.com/MTT8Jai4wX
— ANI (@ANI) August 19, 2018
स्वतंत्र भारत के करिश्माई नेताओं में शामिल वाजपेयी का निधन वृहस्पतिवार को 93 वर्ष की उम्र में हो गया था. नयी दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
यादव ने कहा कि भाजपा के कद्दावर नेता रहे वाजपेयी के लिए 20 अगस्त को दिल्ली में एक सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा और इसी तरह की एक और सभा का आयोजन 23 अगस्त को लखनऊ में होगा. उन्होंने कहा कि लखनऊ की सभा में गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा वाजपेयी के रिश्तेदार भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियां वहां गोमती नदी में भी विसर्जित की जाएंगी.
यादव ने कहा कि दिल्ली में प्रार्थना सभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और प्रख्यात लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा, 'उनके (वाजपेयी) अस्थि कलश को देश भर की विभिन्न पवित्र नदियों में विसर्जित किया जाएगा और अस्थि कलश को सभी जिला मुख्यालयों और राज्यों की राजधानियों में ले जाया जाएगा. प्रार्थना सभाओं का आयोजन राज्यों की राजधानी, जिला मुख्यालयों और पंचायत स्तर पर किया जाएगा.'
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि वाजपेयी की अस्थियां लखनऊ हवाई अड्डे पर रविवार शाम पहुंचेंगी. रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियां राज्य की चार-पांच नदियों में प्रवाहित की जाएंगी. उन्होंने कहा कि वाजपेयी ने झारखंड का निर्माण किया था और इसलिए उनका निधन हमारे लिए अपूरणीय क्षति है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक उन्होंने कहा कि सरकार उनके नाम पर कार्यक्रम शुरू करने और स्मारक बनाने पर भी विचार कर रही है ताकि आगामी पीढ़ियां उनके विचारों और कार्यों के बारे में जान सके.