औली समेत पूरे उत्तराखंड की पहाड़ियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. बर्फबारी के चलते सारे इलाके मे ठण्ड का प्रकोप बढ़ गया है. तापमान के शून्य डिग्री से नीचे चले जाने के कारण पीने का पानी तक नलों मे जम रहा है. रविवार को मौसम के बदलने से जहां हवाएं सर्द हो गयी वहीं स्कीइंग के लिए विश्व प्रसिद्ध स्थल औली में भी बर्फबारी हुई.
हालांकि ज्यादा देर तक बर्फबारी नहीं हुई लेकिन पर्यटकों और होटल व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं बर्फ पड़ने के साथ जहां चारों ओर पहाड़ियों में बर्फ नजर आ रही है वहीं पर्यटकों और स्थानीय व्यापारियों के चेहरे पर खुशी छाई है. वहीं हाल हेमकुंड साहिब में भी जमकर बर्फबारी हुई है हालांकि यहां पर अभी कपाट बंद हैं यहां पर सात से आठ इंच की बर्फबारी हुई है.
जोशीमठ-औली रोपवे पिछले तीन सालों से खराब पड़ी होने के कारण पर्यटकों को औली जाने मे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, इस बार नए साल मे औली आने वाले पर्यटकों को जम कर बर्फ का लुफ्त उठाने को मिलेगा. वहीं उम्मीद से ज्यादा बर्फबारी होने की संभावनाओं के चलते स्थानीय लोगों मे उत्साह भी है जहां 16 जून को हुई भयंकर त्रासदी ने उत्तराखंड के पर्यटन व्यवसायी को पूरी तरह तोड़ कर रख दिया था मगर औली और पहाड़ियों में हुई बर्फबारी ने होटल व्यवसायियों और व्यापारियों को नहीं ऊर्जा प्रदान कर दी है.
एक पर्यटक राम ने बताया, 'हम दो दिन पहले यहां आए थे हम लोग यहां सिर्फ बर्फ देखने आये थे जो की आज सुबह से यहां देखने को मिला है हम लोगों ने आज तक बर्फबारी नहीं देखी थी.'
एक अन्य महिला पर्यटक ने कहा, 'हमे यहां पर बर्फबारी देख कर बहुत खुशी हो रही है, हमने कभी बर्फबारी नहीं देखा था जैसे ही सुबह बर्फ गिरती हुई दिखी तो मन मन्त्र-मुग्ध हो गया.'
होटल क्लिफ टॉप के मैनेजर लवकान्त त्यागी ने कहा, 'औली में आज हो रही बर्फबारी से पर्यटकों की भीड़ उमड़ चुकी है. सारे होटल फुल हो गए हैं. सबसे बेहतर यह है कि लोग यहां बर्फबारी देखने के साथ ही क्रिसमस और नए साल मनाने के लिए आ रहे हैं. हमने इंटरनेट के जरिए पूरे देश में औली में बर्फबारी की खबर फैला दी और इसके बाद हमारी बुकिंग दोगुनी हो गई.'