घोड़े पर हमले के आरोप को लेकर उत्तराखंड से बीजेपी विधायक गणेश जोशी ने अपना बचाव किया है. उन्होंने कहा, 'अगर मुझ पर लगे आरोप साबित हो गए, तो मेरे पैर काट दिए जाए. मैं सजा के लिए तैयार हूं.' बीजेपी एमएलए का बयान तब आया, जब एक उनके खिलाफ पुलिस ने प्रिवेंशन ऑफ एनिमल क्रूअल्टी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
घटना के वक्त मौजूदगी से इनकार
बीजेपी एमएलए ने घटना के वक्त मौके पर मौजूद रहने से इनकार किया. उनका कहना है, ' सोमवार को देहरादून में प्रदर्शन के दौरान मैंने आर्मी के घोड़े पर हमला नहीं किया. सीसीटीवी फुटेज में साफ है कि हमला करने वाला मैं नहीं हूं. मेरी लोकप्रियता से कुछ लोगों को दिक्कत है.' बीजेपी एमएलए ने पूरी घटना को राजनीतिक साजिश करार दिया है.
मैंने कार्यकर्ताओं को बचाया
गणेश जोशी ने कहा, 'जब मैंने देखा कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस मार रही है, तो मैंने एक सिपाही से उसकी लाठी छिन ली और उसे जमीन पर दे मारा. मैंने अपने कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए ऐसा किया. मैंने घोड़े पर हमला नहीं किया था.'
वीडियो के साथ हुई छेड़छाड़
उन्होंने कहा, 'वीडियो में देखा जा सकता है कि मैंने घोड़े से काफी दूरी बना रखी थी. वीडियो में पहले मेरे हाथ में लाठी दिखाई गई है, आखिर में घोड़ा जमीन पर पड़ा हुआ है. बीच के विजुअल गायब हैं. इससे साफ है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है.
काट दो मेरे पैर
गणेश जोशी ने कहा, 'अगर मैं दोषी साबित हुआ, तो गलती की कीमत चुकाने के लिए तैयार हूं. एनिमल एक्टिविस्ट से मैं कहता हूं कि अगर मुझ पर लगे आरोप सही हुए, तो मेरे पैर काट दिए जाये.'
घोड़े के साथ क्या हुआ था?
सोमवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हुए एक प्रदर्शन के दौरान आर्मी का घोड़ा जख्मी हो गया था. उसके एक पैर में गंभीर चोट आई है. डॉक्टरों के मुताबिक, इंफेक्शन से बचाने के लिए घोड़े का पैर काटा जा सकता है. फिलहाल ऑपरेशन किया गया है. मामले में पुलिस ने बीजेपी एमएलए के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 429 (पशु हत्या या जानवरों को नुकसान पहुंचाना) और सेक्शन 188 (सरकारी सेवा के आदेशों का उल्लंघन) के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
क्या कहती है बीजेपी?
केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि घटना के वीडियो की जांच की जा रही है. अगर वीडियो सही हुआ, तो पार्टी गणेश जोशी के खिलाफ एक्शन लेगी.