उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मंत्रियों और पार्टी विधायकों के बीच असंतोष का हवाला देते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया. त्रिवेंद्र सिंह रावत को तब सीएम पद से हटाया गया जब उनके चार का कार्यकाल पूरा करने में सिर्फ नौ दिन बचे थे. इसे लेकिन उन्होंने अपनी कशमकश भी जाहिर की थी.
बहरहाल, राज्य में विधानसभा चुनाव से एक साल पहले बीजेपी की इस कवायद को चुनावी दांव के दौर पर देखा गया. लेकिन उत्तराखंड में सीएम बदलने का दांव बीजेपी के कारगर साबित होते नजर नहीं आ रहा है. असल में, एबीपी-सी वोटर के सर्वे में सामने आया है कि अगर उत्तराखंड में फौरन विधानसभा चुनाव करा दिए जाएं तो बीजेपी को झटका लग सकता है. सर्वे में कांग्रेस की सरकार बनने के आसार जाहिर किए गए हैं.
इस सर्वे के अनुसार उत्तराखंड में यदि अभी चुनाव हो तो बीजेपी को 38 फीसदी ही वोट मिलेंगे जबकि कांग्रेस को 41 प्रतिशत लोगों का समर्थन हासिल होगा. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के खाते में चार प्रतिशत वोट जाने का अनुमान जाहिर किया गया है जबकि आम आदमी पार्टी को नौ प्रतिशत वोट मिलने की बात कही गई है.
सर्वे के अनुसार उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 32-38 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान जाहिर किया गया है. वहीं बीजेपी की झोले में 24-30 सीटें जाने की बात कही गई है.