देहरादून पुलिस ने विशेष अभियान के दौरान एक चीनी नागरिक को वापस चीन लौटने का आदेश दिया है. बताया जा रहा है कि चीन से भारत घूमने आए ली चाओ बिना वैध वीजा के भारत में कारोबार कर रहा था. जैसे ही इसकी सूचना अभिसूचना इकाई के द्वारा देहरादून पुलिस कप्तान को दी गई उन्होंने तुरंत प्रभावी कदम उठाए.
सूचना मिलने के तुरंत बाद अभिसूचना इकाई के प्रभारी बलवंत रावत के नेतृत्व में एक टीम बनाकर सच्चाई जानने के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाते हुए ली चाओ पर कार्रवाई की. ली चाओ टूरिस्ट वीसा पर भारत आए थे.
देहरादून के सेलाकुई इंडस्ट्री क्षेत्र में कर रहे थे काम
पुलिस ने बताया कि उन्हें औद्योगिक क्षेत्र सेलाकुई स्थित एक एयर कंडीशनर निर्माता कंपनी में दो चीनी नागरिकों के घूमने की सूचना मिली थी. जिस पर आगे जांच करने पर पता चला कि अंबर इंटरप्राइजेज नाम की एक कंपनी में दो चीनी नागरिक (एक महिला और एक पुरुष) अपना बिजनेस चला रहे हैं.
देहरादून पुलिस ने विशेष अभियान के दौरान एक चीनी नागरिक को वापस चीन लौटने का आदेश दिया है. बताया जा रहा है कि चीन से भारत घूमने आए ली चाओ बिना वैध वीजा के भारत में कारोबार कर रहा था. जैसे ही इसकी सूचना देहरादून पुलिस कप्तान को दी गई उन्होंने तुरंत प्रभावी कदम उठाए. अभिसूचना इकाई के प्रभारी बलवंत रावत के नेतृत्व में एक टीम बनाकर सच्चाई जानने के लिए ली चाओ पर कार्रवाई की. ली चाओ टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे.
देहरादून के सेलाकुई इंडस्ट्री क्षेत्र में कर रहे थे काम
पुलिस ने बताया कि उन्हें औद्योगिक क्षेत्र सेलाकुई स्थित एक एयर कंडीशनर निर्माता कंपनी में दो चीनी नागरिकों के घूमने की सूचना मिली थी. जिस पर आगे जांच करने पर पता चला कि अंबर इंटरप्राइजेज नाम की एक कंपनी में दो चीनी नागरिक (एक महिला और एक पुरुष) अपना बिजनेस चला रहे हैं.
पासपोर्ट जब्त, पुलिस ने जारी किया लीव इंडिया नोटिस
जांच में पता चला कि महिला बिजनेस वीजा के आधार पर यहां काम कर रही थी जबकि दूसरा चीनी पुरुष नागरिक ई-टूरिस्ट वीजा के आधार पर कंपनी में व्यवसायिक कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहा था, जो कि भारतीय वीजा अधिनियम के उल्लंघन के दायरे में आता है. हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि ये लोग कब से देहरादून में काम कर रहे थे. देहरादून की पुलिस टीम ने चीनी नागरिक का पासपोर्ट एवं अन्य दस्तावेज जब्त कर लिए हैं. साथ ही चीन के नागरिक ली चाओ का वीजा निरस्त कर उन्हें लीव इंडिया नोटिस देकर तत्काल भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है.
सुरक्षा कारणों से बेहद संवेदनशील है ये मामला
सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि भारत और चीन के बीच मौजूदा हालातों को देखते हुए इन घटनाओं को हल्के में नहीं लिया जा सकता है. दोनों देशों के बीच चल रहे डोकलाम विवाद को लेकर बीते दिन देहरादून आई रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है.
वहीं पीएम मोदी जून की 9-10 तारीख को होने वाली शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन जाने वाले हैं. इस साल ये सम्मेलन पूर्वी चीन के क्विन्डाओ शहर में आयोजित किया जाना है. जानकारों की मानें तो इस साल क्विन्डाओ में पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं. जिसमें दोनों देशों के बीच सीमा सुरक्षा और आयात निर्यात जैसे मामलों पर बात हो सकती है.