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पैर छूते ही मां ने सीएम योगी आदित्यनाथ से क्या कहा? बड़ी बहन ने किया खुलासा

पांच साल बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचकर मां का आशीर्वाद लिया. यह फोटो सोशल मीडिया पर कल से ही वायरल है. सीएम योगी की मां ने उनसे क्या कहा है? इसका खुलासा सीएम योगी की बहन शशि ने किया है.

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मां के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मां के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
स्टोरी हाइलाइट्स
  • CM योगी की बहन बोलीं, मां ने कहा गोसेवा कीजिए
  • जनता की इतनी सेवा करो कि हमेशा याद रहे

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों उत्तराखंड के दौरे पर हैं. वह अपने पैतृक गांव में हैं और मंगलवार को अपनी मां से मुलाकात की. पांच साल बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां का आशीर्वाद लिया. इस दौरान सीएम योगी की मां ने उनसे क्या है? इसका खुलासा आजतक से बात करते हुए सीएम योगी की बहन शशि ने किया है.

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आजतक से बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहन शशि ने कहा, 'हमें बहुत खुशी हो रही है कि वो (सीएम योगी) 5 साल में पहली बार घर पर आएं क्योंकि वो माताजी से नहीं मिले थे. 2017 में आए थे, उसके बाद अब कल (मंगलवार) को यहां आए, कल से मम्मी भी खुश हैं और गांववाले भी बहुत खुश हैं. दूर-दूर से लोग आ रहे हैं.'

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मां से मुलाकात के दौरान बातचीत के सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शशि बहन ने कहा, 'माताजी ने बोला कि सबसे पहले गोसेवा कीजिए, बाकी जनता की सेवा इतना करो कि जनता याद करती रहे.' खाने के सवाल पर हंसते हुए बहन शशि ने आगे कहा कि योगीजी ने वही खाना खाया जो सबने खाया. देखें Video:

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5 साल में पहली बार गांव पहुंचे हैं सीएम योगी

योगी आदित्यनाथ दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने अपने गांव पंचूर आए हैं. योगी आदित्यनाथ की बड़ी बहन शशि पयाल ने बताया वो लोग बहुत खुश हैं. योगी आदित्यनाथ की बहन खुद अभी तक उनसे नहीं मिल पाई हैं क्योंकि बहुत ज्यादा मिलने वालों का तांता लगा हुआ है. 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपने पैतृक गांव पहुंचे. वह आज अपने छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे अनंत के चूड़ा कर्म संस्कार में शामिल हुए. उत्तराखंड की स्थानीय की परंपराओं के अनुसार बाल काटने से पहले उनको हल्दी लगाई जाती है, इसको बांन देना भी स्थानीय भाषा में कहते हैं. मुंडन संस्कार में परिवार की महिलाओं ने उत्तराखंडी लोक नृत्य किया. 

 

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