कोरोना के संकट काल में लोगों की मजबूरी का फायदा उठा कर लूट-खसोट करने वाले अस्पतालों पर अब अंकुश लगना शुरू हो गया है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के कई अस्पतालों को सीएमओ ऑफिस की ओर से नोटिस जारी किए गए हैं. सीएमओ ऑफिस से जारी नोटिस के बाद 22 लोगों के 22 लाख 62 हजार रुपये लौटा दिये गये हैं जबकि एक अन्य अस्पताल के बिल को चेक किया जा रहा है.
कोरोना काल में कई अस्पतालों ने जमकर मुनाफा कमाया और मरीजों का इलाज कराने के नाम पर नियमों के विरुद्ध जाकर भारी भरकम बिल जनता को थमाया, लेकिन जनता की शिकायतों के बाद सीएमओ ऑफिस अब एक-एक बिल की बारीकी से जांच कर रहा है.
अभी तक ऐसे 7 अस्पतालों से 22 लाख रुपये से ज्यादा की राशि जनता को वापस मिल चुकी है जिन्होंने गलत तरीके से बिल बना मरीज़ों से पैसे कमाए थे.
देहरादून के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी संजीव दत्त ने बताया कि जनता की लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं जिसके बाद अस्पतालों को नोटिस भेजा जा रहा है. अभी तक कई अस्पतालों से पैसे वापस करवाए जा रहे हैं और जो अस्पताल नोटिस के बाद भी पैसे वापस नहीं करेंगे उनके खिलाफ क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और अस्पताल को सील भी किया जाएगा.
संजीव दत्त ने बताया कि सीएमओ ऑफिस के एक्शन के बाद जहां 7 अस्पतालों से 22 लाख की वापसी हुई है. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि अन्य शिकायतों का अगर सही से संज्ञान लिया गया तो अस्पतालों द्वारा कोविड काल में जनता से भारी भरकम वसूली हुई धनराशि को देहरादून सीएमओ ऑफिस जल्द वापस करवा पाएगा.