कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार कुंभ मेले की अवधि को घटाने से इनकार कर दिया है. सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मेला अवधि घटाने पर अभी कोई विचार नहीं है, न ही ऐसा कोई प्रस्ताव राज्य सरकार ने केंद्र को भेजा है, कुंभ 30 अप्रैल अपनी समय सीमा पर ही समाप्त होगा.
दरअसल, हरिद्वार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. तीसरे शाही स्नान के दौरान भी कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं. अधिकतर लोग बिना मास्क के दिखाई दिए, जबकि पूरे हरिद्वार में कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करता हुआ कोई नहीं दिखाई दिया. इस वजह से हरिद्वार में कोरोना विस्फोट हुआ है.
हरिद्वार में कुंभ मेले में कोरोना गाइडलाइंस के घोर उल्लंघन का असर अब दिखने लगा है. पिछले 72 घंटे में अकेले 1,527 पॉजिटिव केस सिर्फ हरिद्वार के मेला क्षेत्र से ही सामने आए हैं और कई लोगों की जान गई है. कोरोना मरीजों की संख्या अभी और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि बड़ी संख्या में कोरोना रिपोर्ट आना बाकी है.
तीन शाही स्नान, लाखों लोगों की डुबकी, कोरोना का ख्याल नहीं
हरिद्वार कुंभ में अब तक तीन शाही स्नान हो चुका है. कल हुए तीसरे शाही स्नान के दौरान करीब 13.51 लाख लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई. इससे पहले दूसरा शाही स्नान 12 अप्रैल यानी सोमवार को हुआ, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं और साधु-संतों ने आस्था की डुबकी लगाई. किसी भी शाही स्नान के दौरान कोरोना नियमों का पालन नहीं किया गया.
हरिद्वार में 12 अप्रैल को यानी दूसरे शाही स्नान के लिए 408 नए केस दर्ज किए गए थे. जबकि 13 अप्रैल को कोरोना के 594 नए मामले सामने आए थे और 14 अप्रैल को शाही स्नान के दिन यानी 14 अप्रैल को 525 नए मामले आए. इस तरह हरिद्वार में 500 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. कई लोगों की कोरोना ने जान भी ले ली है.
इस मामले पर कुंभ मेला IG संजय गुंज्याल का भी साफ कहना है कि इतनी भीड़ में अगर हम सोशल डिस्टेंस की बात करेंगे तो भगदड़ मचने के चांस बन सकते हैं लिहाज़ा सिर्फ शालीनता से कहा जा सकता है, कानूनी डर नहीं दिखाया जा सकता है. मगर पुलिस लगातार जागरूक करने का काम कर रही है.