कुंभनगरी हरिद्वार में भले ही कुंभ महापर्व की रौनक को कोरोना निगल गया हो लेकिन अभी भी चैत्र पूर्णिमा के स्नान करने को लेकर जमे संतों के अखाड़ों में संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है. पिछले 24 घंटों में हरिद्वार, ऋषिकेश सहित पूरे जनपद में कोरोना के 1175 संक्रमित मिले हैं.
निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर के दिल्ली में निधन के अलावा हरिद्वार में चार लोगों की मौत हुई है. शहर में स्वास्थ्य महकमे के इंतजाम कम पड़ रहे हैं जिसको लेकर शहर भर में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है, लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि किस अस्पताल में जाकर इलाज कराएं, कौन से अस्पताल में उन्हें बेड मिल सकता है.
कुंभनगरी हरिद्वार में बेकाबू कोरोना
कोरोना की इस बेकाबू रफ्तार के बीच भी वैष्णव वैरागी अखाड़े अंतिम कुंभ स्नान के लिए शाही ठाठ-बाट और अंदाज में अपने अखाड़ों से हर की पैड़ी जाने की तैयारी में हैं. इसी दिन बंगाल में मतदान का सातवां चरण भी होना है. अधिकतर शैव अखाड़ों ने अपने स्तर पर कुंभ के समापन की घोषणा कर दी है. वैसे भी शैव संन्यासियों के दसों अखाड़ों के साथ दो उदासीन अखाड़ों और सिख साधुओं के निर्मल अखाड़े ने तीन शाही स्नान कर लिए हैं. लेकिन 14 अप्रैल को मेष संक्रान्ति पर कुंभ का तीसरा शाही स्नान होते होते कोरोना का ऐसा विस्फोट हुआ कि स्थिति अभी भी काबू में आती नहीं दिख रही है. मामलों में लगातार रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
प्रत्येक सवा मिनट में एक कोरोना संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बीएचईएल में 48, शिवालिक नगर में 13, कनखल में 10, नवोदय स्कूल में 8, आईआईटी रुड़की में चार, जूना व निरंजनी अखाड़े में 11 संक्रमित मिले हैं. पूरे जनपद में 1175 संक्रमित का आंकड़ा 24 घंटे में पहुंच गया है. इस हिसाब से तो प्रत्येक सवा मिनट में एक कोरोना संक्रमित मिल रहा है. हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और बढ़ते मामलों के साथ स्वास्थ्य सेवाएं भी चरमराती दिख रही हैं. लेकिन फिर भी अंतिम कुंभ स्नान को लेकर वैष्णव वैरागी अखाड़े में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. कोरोना की विस्फोटक परिस्थितियों के बीच प्रशासन अंतिम कुंभ स्नान में सोशल डिस्टेंसिंग का कैसे पालन करवाता है, इस पर सभी की नजर रहने वाली है.
उत्तराखंड में कोरोना के मामले बीते कुछ दिनों से लगातार नए रिकॉर्ड कायम कर रहे हैं. पिछले 24 घंटे में राज्य में 4 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं. वहीं 49 लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी है. मामले की गंभीरता को समझते हुए राज्य सरकार की तरफ से कई तरह की सख्त गाइडलाइन जारी की गई हैं, लेकिन फिर भी कोरोना काबू में आता नहीं दिख रहा.