देशभर में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. बढ़ते मामले अब चिंता का विषय बनते जा रहे हैं. स्कूल, कॉलेजों में भी कोरोना की एंट्री हो चुकी है. इसी बीच आईआईटी रुड़की में कोरोना के 60 नए मामले मिले हैं. इसके बाद 5 हॉस्टल को सील कर दिया गया है. इन सभी मामलों में से 4 लोगों की हालत गंभीर है. छात्रों के कैंपस से बाहर जाने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है.
दूसरी तरफ बिहार में भी आईआईटी पटना में कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं. मंगलवार को यहां 15 छात्र कोरोना संक्रमित मिले हैं. इसके बाद जिला प्रशासन ने इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया. कुछ दिनों पहले राजस्थान के जोधपुर में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) के 14 और छात्रों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
आईआईटी जोधपुर के अब तक 65 छात्र कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. इससे पहले 28 मार्च को आईआईटी भुवनेश्वर में 10 छात्रों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
स्कूलों में भी पहुंच रहा कोरोना
सिर्फ आईआईटी ही नहीं बल्कि कोरोना के केस स्कूल और कॉलेजों में भी आ रहे हैं. कर्नाटक के एक स्कूल में कुछ दिन पहले ही 26 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए थे. वहीं, दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज में 13 छात्र और 2 स्टाफ के लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे.
उत्तराखंडः RT-PCR टेस्ट जरूरी
कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच उत्तराखंड सरकार ने कई राज्यों से आने वाले लोगों के लिए आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया है. जो 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए. महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान से आने वाले लोगों के लिए 1 अप्रैल से लागू है.