देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी कोरोना के मामले में बढ़ोतरी हो रही है. यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हो रही है जब हरिद्वार में कुंभ चल रहा है और बड़ी संख्या में लोग यहां आ रहे हैं. राज्य में आज शुक्रवार को कोरोना के 186 नए मामले सामने आए हैं जबकि पिछले 24 घंटे में महामारी से 1 मरीज की मौत हुई है.
उत्तराखंड में भी शुक्रवार को कोरोना के 186 नए मरीज सामने आए. इस तरह से राज्य में अब तक कोरोना के कुल 99,258 मामले दर्ज हुए हैं. इनमें से 94,916 मरीज स्वस्थ्य हो गए हैं. एक्टिव केस की संख्या 1,162 है. इसी तरह से राज्य में कोरोना से 1,708 मरीजों की मौत हुई है. हालांकि 13,028 सैंपल रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
कोरोना के सबसे ज्यादा केस राजधानी देहरादून और हरिद्वार में सामने आए. देहरादून में 65 तो हरिद्वार में 58 नए केस दर्ज किए गए. इसके अलावा टिहरी में 18, नैनीताल में 14, अल्मोड़ा में 5, बागेश्वर में 1, चमोली में 4, पौड़ी में 5, रुद्रप्रयाग में 3, ऊधम सिंह नगर में 7 और उत्तरकाशी में 6 केस सामने आए.
उत्तरकाशी में नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ मॉन्ट्रेंनिग के 7 पर्वतारोही प्रशिक्षार्थी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं.
होली में रंग से परहेज
हर तरफ कोरोना के बढ़ रहे मामले को देखते हुए होली को लेकर राज्य सरकार ने नए गाइडलाइंस जारी कर दिए हैं. नए गाइडलाइंस के मुताबिक होली में (होलिका दहन) जहां होली जलनी है वहां की कुल क्षमता के सिर्फ 50 प्रतिशत ही लोग शामिल हो सकते हैं.
साथ ही कहा गया है कि 60 साल से ज्यादा और 10 साल से कम आयु के बच्चे समारोह में न जाएं तथा गंभीर बीमारी वाले व्यक्ति भी समारोह से बचें. कंटेनमेंट जोन में होली पूर्णत प्रतिबंधित रहेगी (लोग अपने घरों में ये त्योहार मना सकते हैं). गाइडलाइन के मुताबिक लोगों से रंगों से परहेज करने को कहा गया है.गाइडलाइन के मुताबिक खान-पान की वस्तुओं को वैसे तो एक-दूसरे को न दें लेकिन अगर ऐसा होता है तो डिस्पोजल का इस्तेमाल करें.
महाकुंभ यात्रियों के लिए बसों की व्यवस्था
इस बीच हरिद्वार में महाकुंभ के दौरान यात्रियों का लाने व ले जाने के लिए बॉर्डर पर बसों की व्यवस्था की गई है. बसें वहीं रहेंगी ताकि यात्री स्नान के लिए आ सकें. ये व्यवस्था कुंभ मेला प्रशासन की तरफ से की जा रही है ताकि किसी भी विपरित परिस्थितियों में भीड़ को नियंत्रण में रखा जा सके.
पिछले दिनों उत्तराखंड हाईकोर्ट ने कुंभ मेले को लेकर दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के फैसले को पलट दिया. हाईकोर्ट ने कहा कि निगेटिव कोरोना रिपोर्ट के बिना किसी को भी कुंभ में आने की अनुमति नहीं होगी. साथ ही जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है, वो अगर अपना सर्टिफिकेट अपलोड करते हैं तो उनको राहत दी जा सकती है. वहीं केंद्र और राज्य सरकार के नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा.
हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद अगर कोई भी श्रद्धालु बिना जांच रिपोर्ट के कुंभ स्नान के लिए पहुंचता है तो उसे कोरोना जांच के लिए लगे कैंपों में भेजकर टेस्ट कराया जाएगा. रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसे कोविड अस्पताल भेजा जाएगा. लेकिन, निगेटिव आती है तो उसे स्नान के लिए जाने दिया जाएगा. हरिद्वार कुंभ को लेकर 1 अप्रैल से 31 अप्रैल के बीच कुंभ का नोटिफिकेशन प्रभावी रहेगा.